संत गुलाबराव महाराज जयंती को दिन विशेष जयंती में शामिल करने की मांग
वारकरी शिक्षण संस्था ने विधायक श्रीकांत भारतीय को सौंपा ज्ञापन
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अमरावती /दि. 5– महाराष्ट्र की संत परंपरा के महान संत गुलाबराव महाराज की जयंती को महाराष्ट्र शासन की दिन विशेष सूची में शामिल करने की मांग चांदुर बाजार तहसील के बेलोरा तीर्थक्षेत्र की वारकरी शिक्षण संस्था द्वारा की गई है. इस मांग को पूरा करने के लिए प्रसिद्धी प्रमुख माधुर्य विस्मय ठाकरे ने मुंबई में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ओएसडी व विधान परिषद के विधायक श्रीकांत भारतीय को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में कहा गया है कि, संत गुलाबराव महाराज यह अद्वितीय तत्वज्ञ, संत साहित्यिक और धार्मिक विचारों के थे. केवल 34 वर्ष आयु में उन्होंने 134 ग्रंथ का लेखन किया. जिसमें आयुर्वेद, संगीत, योग, भक्ति, ज्ञान, मनोविज्ञान, वेदांत, काव्यशास्त्र, व्याकरण और भाषा शास्त्र आदि जैसे विविध शास्त्रों का समावेश है. उन्होंने श्रद्धा, भक्ति और मानवता के मूल्यों का प्रचार करते हुए नास्तिकता का खंडन किया. उनके विचार केवल धार्मिक मर्यादित न रहते हुए सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक क्षेत्र पर भी काफी प्रभाव डालनेवाले है. उनके साहित्य के कारण मराठी, हिंदी, संस्कृत, व्रज भाषा और वर्हाडी भाषा में उनके विचार प्रकाशित हुए है.
* मांग के पीछे उद्देश्य और भावना
6 जुलाई को संत गुलाबराव महाराज की जयंती शासन स्तर पर दिन विशेष के रुप में घोषित की गई तो उनके विचारों का प्रसार व्यापक प्रमाण में होगा. इस कारण समाज के युवक और श्रद्धालुओं को उनके तत्वज्ञान का अधिक लाभ मिलेगा, ऐसा माधुर्य ठाकरे ने अपने ज्ञापन में कहा है.
* मांग को सकारात्मक प्रतिसाद की अपेक्षा
इस मांग को जल्द ही शासन की तरफ से मंजूरी मिलने की अपेक्षा है. संत गुलाबराव महाराज के कार्यो का गौरव करने के लिए यह मंजूरी मिलना आवश्यक है. इस कारण उनके कार्य और तत्वज्ञान अधिक प्रभावी रुप से महाराष्ट्र में पहुंचेगे, ऐसा माधुर्य सहित श्रद्धालु और अभ्यासकों का कहना है.
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