* महाराष्ट्र राज्य किसान सभा का जिलाधीश को निवेदन
अमरावती/दि.20– किसान वर्ग हर वर्ष किसी न किसी मौसमी विपदा का सामना करता है. फिर भी देश का अन्नदाता बनकर अपनी जिम्मेदारी निभाने में कोई कसर बाकी नहीं रखता. खेतों में अनाज पैदा कर 140 करोड लोगों की भूख मिटाने वाले किसानों को विभिन्न समस्याओं के कारण आत्महत्या करनी पड रही है. इसलिए किसानों की स्थिति बदलने के लिए उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाए, किसानों को फसल कर्ज की मर्यादा प्रति एकड 1 लाख रुपए की जाए, राष्ट्रीयकृत बैंकों द्बारा किसानों को बगैर ब्याज पर कर्ज दिया जाए, बीज, खाद पर सब्सिडी दी जाए, आदि मांगे महाराष्ट्र राज्य किसान सभा द्बारा जिलाधीश को सौंपे निवेदन में की गई.
किसान सभा के अशोक सोनारकर, जे.एम. कोठारी, लक्ष्मण धाकडे, चंद्रकांत बानुबाकोडे, शरद मंगले, ओमप्रकाश कुटेमाटे, शेखर बद्रे, अशोक राउत, निलकंठ ढोके आदि ने जिलाधीश को सौंपे ज्ञापन में खरीफ के मौसम में बोगस बीज की आपूर्ति व उत्पादन करने वाली कंपनियों पर सीधी कार्रवाई करने की मांग की. उसी प्रकार नियमित कर्ज की किश्ते अदा करने वाले किसानों को 50 हजार रुपए प्रोत्साहन अनुदान वितरित करने, कृषि पंपों के बकाया बिल माफ कर कृषि पंप के लिए 12 घंटे बिजली आपूर्ति करने की मांग भी निवेदन में की गई है.