अमरावती-भोकरबर्डी हाइ-वे फोरलेन करने की मांग
केंद्रीय मंत्री गडकरी को समिति ने दिया निवेदन

अमरावती/दि.17-अमरावती-धारणी-भोकरबर्डी मार्ग को राष्ट्रीय महामार्ग का दर्जा देकर उसके फोरलेन किए जाने की मांग मेलघाट संघर्ष समिति ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को ज्ञापन देकर की. इस ज्ञापन में 10 मांगे मुख्य रूप से की जाने की जानकारी समिति सदस्यों ने रखी है. उन्होंने वन विभाग और बाघ प्रकल्प की शर्तों का भी निवेदन में उल्लेख किया है, जिसके कारण कई बार घोषणा के बावजूद प्रत्यक्ष कार्यारंभ नहीं हो पाता.
* मेलघाट की भाग्यरेखा
संघर्ष समिति ने 153 किमी लंबे अमरावती-भोकरबर्डी मार्ग को मेलघाट की भाग्यरेखा बतलाते हुए इसे राष्ट्रीय महामार्ग घोषित कर फोरलेन बनाए जाने के फायदे भी गिनाए है. समिति का कहना है कि, फोरलेन होने से यहां अप्रोच सहज हो जाएगी. जिससे मेलघाट के विकास में महत्वपूर्ण योगदान हो जाएगा. अप्रोच रहने से यहां के जनजातीय लोग आसानी से आवागमन करेंगे. यहां औद्योगिक विकास भी तेज हो सकेगा. समिति ने हाल ही में नागपुर जाकर गडकरी से भेंट की. गडकरी को मेलघाट की संपूर्ण स्थिति का पता होने का दावा कर समिति ने इस बारे में सकारात्मक निर्णय की आशा जताई.
* निवेदन में 10 मांगे मुख्य रूप से
निवेदन में मेलघाट संबंधी सडकों को लेकर 10 मांगे मुख्य रूप से देश के सडक परिवहन मंत्री के सामने रखी गई है. जिसमें राज्यमार्ग-14 को नैशनल हाइवे घोषित करने, नैशनल हाइवे की एजेंसी से ही नए मार्ग की रूपरेखा बनाने, मार्ग सरल सीधा करने, गुफा और ब्रीज के सभी काम केंद्रीय मंत्रालय के माध्यम से करवाने, सभी बडे गांव और मोड पर पर्याप्त व्यवस्था करने, सीमेंट रोड की मांग की गई है. बाघ प्रकल्प की एनओसी भी गडकरी द्वारा दिलाने की मांग की गई.
* भारी ट्रैफिक, हादसों का अंदेशा
अमरावती-धारणी मार्ग हरिसाल तक घूमावदार है. महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के लोगों का इस मार्ग से आना-जाना लगातार चलता है, अर्थात काफी यातायात यहां होने से दुर्घटनाओं की भी आशंका रहती है. ऐसे में फोरलेन मार्ग बन जाने से अब तक उपेक्षित मेलघाट की संपूर्ण परिस्थिति बदल जाएगी.