पुलिस कर्मी बोरकुटे पर सदोष मनुष्यवध का अपराध दर्ज करने की मांग
कैदी अनिल पुरूषोत्तम राउत की मौत का जिम्मेदार बताया
* रिपाई का पुलिस आयुक्त को निवेदन
अमरावती/दि.21– जिला सामान्य अस्पताल में तैनात पुलिस कर्मी राजीव बोरकुटे पर कैदी अनिल पुरूषोत्तम राउत की मौत के लिए जिम्मेदार रहने का आरोप कर बोरकुटे पर सदोष मनुष्यवध का अपराध दर्ज कर उसके निलंबन की मांग रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया द्बारा की गई है. रिपाई द्बारा पुलिस आयुक्त को संबंधित निवेदन दिया गया है.
निवेदन में रिपाई के पदाधिकारियों ने बताया कि 20 अप्रैल को जिला कारागार में सजायाप्ता कैदी अनिल पुरूषोत्तम राउत को इलाज के लिए जिला सामान्य अस्पताल में लाया गया था. यहां पर ड्यूटी पर तैनात डॉ. सोनपराते ने अनिल राउत की जांच कर उसे फिजीकली फीट करार देते हुए उसकी कस्टडी पुलिस कर्मी राजू बोरकुटे को सौंपी. लेकिन अनिल राउत द्बारा लगातार कहा जा रहा था कि उसे असह्य पीडा हो रही है. संभव है कि मेरी जान ही न चली जाए. इसलिए मुझे अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल कराया जाए. लेकिन उसकी एक न सुनते हुए राजू बोरकुटे ने अनिल को जेल में पहुंचा दिया. जहां रात को उसकी तबियत बिगड कर मौत हो गई. यदि पुलिस कर्मी बोरकुटे ने मानवता का परिचय देकर अनिल को इर्विन अस्पताल में दाखिल करवाकर इलाज दिलाया होता तो उसकी जान बच सकती थी. राजू बोरकुटे ने अपनी जिम्मेदारी का उचित निर्वहन नहीं किया. इसलिए उसे निलंबित कर उस पर सदोष मनुष्यवध की धारा अंतर्गत अपराध दर्ज करने की मांग रिपाई ने की. निवेदन देते वक्त गौतम नाइक, निलेश वानखडे, आतीश डोंगरे, मनोज थोरात, देविदास मोरे, विक्रम तसरे, नितीन काले, राजेश वानखडे, सागर गवई, उमेश इंगले आदि उपस्थित थे.