संत आसाराम बापू को रिहा करने की मांग
श्री योग वेदांत सेवा समिति के सदस्यों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भिजवाया
अमरावती- दि.2 संत आसाराम बापू को बेवजह फंसाया गया है, लंबे समय से जेल की सलाखों के पीछे है, ऐसे ब्रह्मज्ञानी संत जात-पात से हटकर दुनिया का उध्दार करने के लिए आते है, इस बात का ध्यान रखते हुए संत आसाराम बापू को तत्काल रहा किया जाए, ऐसी मांग को लेकर श्री योग वेदांत सेवा समिति के सदस्यों ने जिलाधीश के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भिजवाया.
ज्ञापन में उन्हाेंंने कहा है कि, आसाराम बापू ने लोग व ब्रह्मविद्या का प्रशिक्षण दिया. ईश्वरी शांति व निर्विकारी सुख की गंगा बहाई, हजारों बाल संस्कार केंद्रों और युवा सेवा संघों के माध्यम से बाल और युवा पीढी में सच्चरित्रता व नैतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना कर राष्ट्र की रिढ मजबूत की. उन्होंने यह भी बताया कि, महिला उत्थान मंडल की स्थापना की और महिलाओं के सर्वांगिन विकास के लिए विभिन्न प्रोजेक्ट चलाए, अनगिनत लोगों को ईश्वर-भक्ति व जनसेवा के रास्ते लगाकर अध्यात्मिक क्रांति का उद्घोष किया, ऐसे संत के लिए आपातकालीन परिस्थिति में संविधान प्रदत अपने विशेषाधिकारों को सद्उपयोग कर राष्ट्रहित में संत आसाराम बापू को शिघ्र रिहा करवाने के लिए उचित कार्रवाई करे, ऐसी मांग को लेकर ज्ञापन सौंपते समय श्री योग वेदांत सेवा समिति के अध्यक्ष नंदलाल तरडेजा, उपाध्यक्ष सुदर्शन मतानी, सचिव मानव बुध्ददेव, पूर्व अध्यक्ष दयाराम राठोड, साहेबराव घाडकी, शलाका गोवारे समेत अन्य सदस्य उपस्थित थे.