खेत मजदुरों की समस्या को हल करने की मांग
महाराष्ट्र राज्य लालबावटा शेतमजदुर युनियन ने निकाला मोर्चा
अमरावती/दि.26– खेत कामों में आर्ई तांत्रिक क्रांति के बाद खेत के काम में मशीनों का इस्तेमाल बढ गया है, जिसके कारण खेत में काम करने वाले मजदुरों पर भूखमरी की नौबत आ पडी है. खेत में काम करने वाले मजदुर विभिन्न समस्याओं से झुंज रहे है. उनकी समस्या दुर करना के लिए भारतीय खेत मजदुर युनियन(बीकेएमयु) संलग्नित महाराष्ट्र राज्य लालबावटा खेतमजदुर युनियन की ओर से आज जिलाधिकारी कार्यालय पर मोर्चा निकाला गया.
स्थानीय इर्विन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक निकाले मोर्चे के दौरान मोर्चे में शामिल खेत मजदुरों ने खेत मजदुरों के हक में नारेबाजी की. जिलाधिकारी को देश के प्रधानमंत्री के नाम सौंपे निवेदन में किसानों की तरह खेत मजदुरों को वार्षिक केंद्र सरकार की ओर से 12 हजार रुपये प्रधानमंत्री खेत मजदुर सम्मान निधी दी जाने, संजय गांधी निराधार योजना व अन्य पेंशन योजना का लाभ आयु मर्यादा सरकार के विधीमंडल में प्रस्ताव पारित करने के अनुसार 65 वर्ष के उपर 60 वर्ष किया जाने, अतिक्रमण धारक, सरकारी जमीन धारक, वन जमीन धारक को सरकारी खाली जमीनों पर जमीन के पट्टे तुरंत उनके नाम से करने सहित लगभग 23 मांगो का निवेदन जिलाधिकारी को सौंपा. वही मांग जल्द पुरी न होने की स्थिती में तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी. मोर्चे में सुनिल घटाले, चंद्रकांत वडस्कर, संजय मंडवधरे, धम्मा खडसे, ज्ञानेश्वर मेश्राम, संजय वानखडे, लक्ष्मण भगेवार, इसराईल शहा, वासुदेव चौधरी, बाबाराव इंगले, दिगंबरराव नगेकर, अशोक सरदार, रामकृष्ण वाडकर, माणिक मानकर, किशोर काले, गोविंदराव ठेंगे,राजूभाऊ राऊत, मुरलीधर तेलंग, प्रकाश सोनुले, प्रकाश सांगोडे, विनोद चोंडके, बापूराव बालापूरे, अरविंद निकोसे, अमोल स्थूल, सुरेश शंभरकर, विश्वास कांबले, सपाटे, लवणकर, मंगेश वानखडे, गणेश धोटे, प्रकाश ढानके प्रकाश साव, सुनिता रायबोले, प्रतिभा मेश्राम सहित महाराष्ट्र राज्य लालबावटा खेतमजदुर युनियन अमरावती कमेटी के अनेक सदस्यों सहित महिला सदस्य बडी संख्या में उपस्थित थी.