अमरावती/प्रतिनिधि दि.६ – जिले में इस वक्त जहां एक ओर कोविड की संक्रामक महामारी का असर कम होने लगा है और जिला बडी तेजी के साथ कोविड मुक्त होने की ओर अग्रेसर दिखाई दे रहा है, वहीं दूसरी ओर अब डेंग्यू व चिकन गुनिया जैसी संक्रामक महामारियां बडी तेजी से पांव पसार रही है. जिसके तहत जिले में अब तक 1 हजार 670 संदेहित मरीजों के रक्तजल सैम्पल की जांच की गई. जिनमें से 201 मरीज डेंग्यू संक्रमित पाये गये. वहीं 9 डेंग्यू संदेहित मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है. ऐसे में इस बीमारी के लगातार बढते खतरे को समझा जा सकता है. मिली जानकारी के मुताबिक जनवरी से अगस्त माह के दौरान कुल 1 हजार 670 डेंग्यू संदेहित मरीजों के रक्तजल सैम्पल जांच हेतु भिजवाये गये. जिसमें से अमरावती मनपा क्षेत्र के 6 तथा 13 तहसील क्षेत्रों के 195 मरीज डेंग्यू संक्रमित पाये गये. जिले में केवल अंजनगांव सूर्जी ही एकमात्र ऐसी तहसील है, जहां अब तक कोई व्यक्ति डेंग्यू संक्रमित नहीं पाया गया है. इसके अलावा जिले के अन्य सभी क्षेत्रों में स्थित सरकारी व निजी अस्पतालों में संक्रामक बीमारी से पीडित अनेकों मरीजों का इलाज चल रहा है.
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घर-घर जाकर किया जा रहा स्वास्थ्य सर्वेक्षण
जिले में विगत कुछ दिनों से मौसम में बडी तेजी के साथ बदलाव होता दिखाई दे रहा है. कई बार दो-दो दिन झमाझम बारिश होती है और फिर अचानक ही दो-चार दिन मौसम खुला रहकर तेज धूप खिलती है. जिसकी वजह से वर्षा जनीत व किटकजनीत बीमारियां बडी तेजी के साथ पांव पसार रही है. इसी की वजह से डेंग्यू संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होता दिखाई दे रहा है. इसे रोकने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों तथा आशा सेविकाओं द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आरोग्यनिहाय व वार्डनिहाय स्तर पर घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है और डेंग्यू मच्छरों का प्रादुर्भाव हो सकनेवाले स्थानों पर टैमीफॉस का प्रयोग किया जा रहा है. ऐसी जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले द्वारा दी गई है.
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प्रभावित गांवों में हो रही फवारणी व धुवारणी
जिन क्षेत्रों में डेंग्यू संक्रमित मरीज पाये गये है. वहां पर सप्ताह में दो बार कीटनाशक दवाईयों का छिडकाव किया जा रहा है. साथ ही जहां पर बारिश का पानी जमा हुआ है, वहां पानी में गप्पी मछलियां छोडी जा रही है. इससे बीमारी के संक्रमण को काफी हद तक नियंत्रित करने में सफलता मिली है, ऐसा स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किये गये सर्वेक्षण में पता चला है. इस आशय की जानकारी जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. शरद जोगी द्वारा दी गई है.
फिलहाल जिले में विषाणुजन्य बीमारियों का जबर्दस्त प्रादूर्भाव चल रहा है, इसे नियंत्रित करने हेतु स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा तमाम आवश्यक कदम उठाये जा रहे है. नागरिकों को भी चाहिए कि, वे अपने घर के आसपास कहीं पर भी पानी जमा न होने दे और खुले में रखी कबाड वस्तुओं को तुरंत हटा दें. इसके अलावा रात में सोते समय मच्छरदानी एवं मच्छर अगरबत्ती या लिक्वीड का प्रयोग जरूर करे.
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तिवसा तहसील में कहर ढा रहा डेंग्यू
इस समय तक तिवसा तहसील में डेंग्यू के 389 संदेहितों के रक्तजल सैम्पल जांचे जा चुके है. जिसमें से 32 मरीज डेंग्यू पॉजीटीव पाये जा चुके है. साथ ही तिवसा तहसील क्षेत्र में पांच डेंग्यू संदेहितों की मौत भी हो चुकी है. इसके साथ ही मोर्शी तहसील क्षेत्र में भी डेंग्यू की बीमारी कहर ढा रही है.
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तहसील निहाय स्थिति
तहसील रक्तजल सैम्पल डेंग्यू मरीज मौतेें
मनपा क्षेत्र 599 63 00
अमरावती ग्रा. 82 10 00
धारणी 11 02 01
चिखलदरा 19 07 00
अचलपुर 243 29 01
अंजनगांव 13 00 00
चांदूर बाजार 63 16 00
दर्यापुर 19 02 00
भातकुली 32 01 00
वरूड 12 04 00
नांदगांव खंडे. 25 05 00
चांदूर रेल्वे 23 05 01
धामणगांव रेल्वे 12 03 00
तिवसा 389 32 05
मोर्शी 66 16 01
बाहरी जिले 49 06 00