अमरावती

मनपा क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप बढा

सभी दवाखाने हाउसफुल

फवारणी व धुंवारणी का अभाव, मनपा प्रशासन की अनदेखी

अमरावती/दि.27– डेंगू समेत संक्रामक बीमारियों को रोकने के लिए विविध संगठना व राजनीतिक दल व्दारा किए गए आंदोलन के बावजूद मनपा प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं हुआ है. इस कारण शहर में डेंगू का प्रकोप दिनोंदिन बढता दिखाई दे रहा है. शहर के सभी दवाखाने हाउसफुल दिखाई दे रहे हैं. विभिन्न परिसरों में स्वच्छता का अभाव व कचरों के ढेर के कारण मच्छरों की पैदावार बढ रही है. जिससे नागरिक परेशान है. इसके बावजूद मनपा प्रशासन आंखें बंद करे बैठा है.

पिछले 2 साल से मनपा पर प्रशासक राज है. इन 2 वर्षो में शहर में स्वच्छता का अभाव दिखाई दिया है. शिकायतें करने के बावजूद सफाई ठेकेदार, कर्मचारी और अधिकारियों पर कोई असर होता दिखाई नहीं देता. अनेक राजनीतिक दल व संगठनों ने साफसफाई को लेकर आंदोलन भी किए. पश्चात विधायक प्रवीण पोटे पाटिल, विधायक रवि राणा ने स्वच्छता को लेकर आननफानन में बैठक भी ली. तब मनपा प्रशासन की तरफ से कुछ दिनों तक युद्धस्तर पर स्वच्छता अभियान चलाया गया. लेकिन पश्चात फिर से ‘जैसे थेे’ अवस्था हो गई. जगह-जगह कचरों के ढेर और नालियां लबालब भरी हुई दिखाई दे रही है. परिणामस्वरुप शहर में डेंगू का प्रमाण बढता जा रहा है. वर्तमान में शहर में अनेक लोग इस बीमारी की चपेट में हैं. डेंगू के कारण कुछ लोगों की मृत्यु भी हुई है. इसके बावजूद मनपा प्रशासन व्दारा गंभीरता से कोई उपायोजना नहीं की गई है. हर दिन शहर के मुख्य मार्ग व संकुल परिसरों की स्वच्छता मनपा के सफाई कर्मियों व्दारा की जाती है. लेकिन नागरी बस्ती में स्वच्छता का अभाव है. इस कारण नागरिकों में तीव्र असंतोष व्याप्त है.

* फागिंग मशीन और दवाई का अभाव
शहर में फागिंग मशीन, मच्छरों को मारने के लिए फवारणी की दवाई मनपा प्रशासन व्दारा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न किए जाने से शहर में फवारणी और धुवारणी नहीं हो पा रही है. इस बाबत नागरिकों व्दारा प्रत्येक जोन कार्यालय में शिकायतें भी की जा रही है. इसके बावजूद प्रशासन व्दारा कोई उपाययोजना नहीं की गई है.

* शिकायतों का निवारण कौन करेगा?
मनपा कार्यालय में नागरिकों की हर दिन शिकायते आ रही है. लेकिन उसका निपटारा कौन करेगा, ऐसा सवाल भी उपस्थित हो रहा है. अखबारों में खबर प्रकाशित होने अथवा आंदोलन होने पर साफसफाई का दिखावा किया जाता है. पश्चात ‘जैसे थे’ अवस्था हो जाती है. सफाई का अभाव रहा तो आनेवाले दिनों में स्थिति और गंभीर होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.

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