अमरावती

प्राकृतिक आपत्ति के लिए पथक तैनात

जिला, तहसील व केेंद्र स्तर पर नियंत्रण कक्ष

  • आपात स्थिति के लिए दवाईयों की कीट भी तैयार

अमरावती/दि.9 – जिले में बारिश के मौसम तथा अब तक अनुभव को देखते हुए किसी भी प्राकृतिक आपदा, बाढ सदृश्य स्थिति तथा संक्रामक महामारी पर नियंत्रण हेतु जिला परिषद का स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से तैयार हो गया है. जिसके लिए जिला, तहसील, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उपकेंद्र के स्तर पर 125 वैद्यकीय पथकों को सहायता हेतु तैयार किया गया है. साथ ही इन सभी स्तर पर चौबीसों घंटे नियंत्रण कक्ष को कार्यरत रखा जा रहा है.
प्राकृतिक आपदा व बाढ सदृश्य स्थिति के संदर्भ में किये जानेवाले उपाययोजनाओं के संदर्भ में जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी वैद्यकीय अधिकारियों व तहसील वैद्यकीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये है. ज्ञात रहे कि, जिले के 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उपकेंद्रों के मार्फत ग्रामीण एवं दुर्गम इलाकों में रहनेवाले नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करायी जाती है. वहीं अब इन सभी स्वास्थ्य केंद्रों सहित जिला एवं तहसील स्तर पर 24 घंटे नियंत्रण कक्ष को कार्यरत रखा जायेगा. साथ ही प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 1-1 वैद्यकीय सहायता पथक को भी तैयार रखा गया है. इसके अलावा मेलघाट के धारणी तहसील में 7 स्वास्थ्य केंद्रों व 10 उपकेंद्रों के अख्तियार में रहनेवाले 20 गांवों तथा चिखलदरा तहसील के 5 स्वास्थ्य केंद्रों व 7 उपकेंद्रों के अख्त्यिार में आनेवाले नदीकिनारे बसे 15 गांवों के लिए जिला व तहसील वैद्यकीय अधिकारियों के 15 पथक तैयार किये गये है. साथ ही इन सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आपातकालीन दवाईयों का स्टॉक भी तैयार रखा गया है.
इन तमाम तैयारियों के साथ ही जिप के स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा कहा गया है कि, नियंत्रण कक्ष में नियुक्त कर्मचारी के अनुपस्थित रहने पर संबंधितों के खिलाफ अनुशासन भंग की कार्रवाई की जायेगी. साथ ही बिना पूर्व सूचना के मुख्यालय नहीं छोड सकेंगे. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि, ग्राम पंचायत कर्मचारियों की ओर से रोजाना पानी का शुध्दीकरण हो रहा है अथवा नहीं, तथा ग्रामपंचायतों में पर्याप्त मात्रा में ब्लिचिंग पाउडर का स्टॉक उपलब्ध है अथवा नहीं, इसकी तसदीक स्वास्थ्य पथकों द्वारा रोजाना करना जरूरी रहेगा. साथ ही जिन गांवों का बारिश के मौसम में एक-दूसरे से संपर्क टूट जाता है, उन गांवों में स्वयंसेवकों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं को पहले से तैयार रखते हुए प्राथमिक इलाज के लिए आपातकालीन दवाईयों का स्टॉक उपलब्ध कराया जाये.

  • बारिश के मौसम को देखते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर कौनसे उपाय किये जाने है, इस बारे में सभी वैद्यकीय अधिकारियों को सूचित किया जा चुका है और सभी स्वास्थ्य केंद्रों में इसे लेकर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
    – डॉ. मनीषा सूर्यवंशी
    जिला संक्रामक रोग अधिकारी
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