
अमरावती/दि.12 – जिला महिला अस्पताल परिचर्य प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य की भूमिका पर सवालियां निशान लगाते हुए बुधवार को प्रदेश कांग्रेस सचिव मो. आसीफ तवक्कल ने जिला शल्यचिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम को ज्ञापन सौंपकर ईडब्ल्युएस आरक्षण के लाभ से लाभार्थियों को वंचित रख दूसरे उम्मीदवारों को जिसने प्रवर्ग बदलकर आवेदन किया उसे लाभ दिया, ऐसा आरोप लगाते हुए इस मामले की जांच कर संबंधित छात्रा को न्याय देने की मांग की.
ज्ञापन के माध्यम से कहा कि मोर्शी तहसील के काजीपुरा निवासी महेबीश तुया अब्दुल कयुम नामक छात्रा ने 8 अगस्त 2021 को परिचर्या प्रशिक्षण केंद्र जिला महिला अस्पताल से ईडब्ल्युएस आरक्षण प्रमाणपत्र व शैक्षणिक प्रमाणपत्र दिखाकर जीएनएम पाठ्यक्रम के लिए 250 रुपए शुल्क अदा कर आवेदन हासिल किया. 25 अगस्त को घोषित गुणवत्ता सूची में महेबीश गुणवत्ता सूची में 32 वें क्रमांक पर व ईडब्ल्युएस संवर्ग में प्रथम थी. लेकिन 27 अगस्त को नियमबाह्य तरीके से सुधारित गुणवत्ता व साक्षात्कार सूची प्रकाशित कर महेबीश को ईडब्ल्युएस संवर्ग दूसरे क्रमांक पर किया. विशेष यह कि इस पर चयन समिति के सदस्यों के हस्ताक्षर भी नहीं थे. महेबीश को दरकिनार कर ऐसे प्रत्याशियों को अवसर दिया गया. जिसने सर्वसाधारण प्रवर्ग से 500 रुपए अदा कर आवेदन लिया. उसके पास ईडब्ल्युएस का प्रमाण पत्र नहीं था. इसलिए सर्वसाधारण संवर्ग से आवेदन दाखिल किया. इस उम्मीदवार को गुणवत्ता सूची में क्रमांक 12 व ईडब्ल्युएस में प्रथम किया गया. गुणवत्ता सूची में संवर्ग में परिवर्तन शंका को जन्म दे रहा है. इस मामले की सखोल जांच कर लाभार्थी को न्या दे, ऐसी मांग की गई. ज्ञापन के दौरान आसीफ तवक्कल के अलावा नसीम खान उर्फ पप्पू, पूर्व पार्षद नूर खां, हाजी रफीक शाह, डॉ. जुबेर अहमद आदि उपस्थित थे.
मामले की जांच करेंगे
जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया गया कि मामले की जांच करेंगे. इस पूरी प्रक्रिया के दस्तावेज का अवलोकन करने के बाद उचित कदम उठायेंगे.