कडू की पराजय की जिम्मेदारी स्वीकारते हुए उपसभापति गायकी का इस्तीफा
चांदूर बाजार तहसील की राजनीति में खलबली
चांदूर बाजार/दि.2- राज्य के विधानसभा चुनाव के अनपेक्षित नतीजों से सभी को झटका लगा है. अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र से 4 दफा विधायक रहे बच्चू कडू का इस चुनाव में पराजय होने से इस हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकारते हुए कृषी उपज मंडी के उपसभापति गजेन्द्र गायकी ने सभापति के पास अपना इस्तीफा सौंप दिया है. गायकी के इस्तीफे के कारण तहसील की राजनीति में खलबली मच गई है.
अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र यह प्रहार का गढ माना जाता है. चांदुर बाजार तहसील से प्रहार की शुरूआत हुई. यहां प्रहार को मजबुत किया गया. इस तहसील में अनेक स्थानीय स्वराज संस्था तथा कृषी उपज मंडी पर प्रहार के सभी 18 में से 18 संचालक निर्वाचित हुए है. मंडी में प्रहार का पूर्ण वर्चस्व है. ऐसी स्थिति में चांदूर बाजार तहसील की जिम्मेदारी उपसभापति गजेन्द्र गायकी पर रहने से उन्हें बच्चू कडू के लिए अपेक्षित मतदान प्राप्त करने में सफलता नहीं मिली. बच्चू कडू व्दारा गायकी पर रखा विश्वास और जताई गई अपेक्षा में वे खरे नहीं उतर पाए. इस कारण गजेन्द्र गायकी ने उपसभापति पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया. इसके तहत उन्होंने हार की जिम्मेदारी स्वीकारते हुए कृषी उपज मंडी के सभापति के पास अपना इस्तीफा सौंप दिया. अब बच्चू कडू यह इस्तीफा स्वीकारते है अथवा नहीं यह अभी पता नहीं चला है. लेकिन प्रहार के प्रमुख पदाधिकारी गायकी व्दारा इस्तीफा दिए जाने से तहसील की राजनीति में खलबली मच गई है. कडू की हार अनेक कार्यकर्ता, पदाधिकारी व नागरिकों को बर्दाश्त न होने जैसी हो गई है. गजेन्द्र गायकी से इस्तीफे का दौर शुरु होने का अनुमान लगाया जा रहा है. प्रहार के अनेक पदाधिकारी इस्तीफा देने की तैयारी में है. ऐसी चर्चा है. इस कारण तहसील की राजनीति ठंड के इस मौसम में गरमाने वाली है. चांदूर बाजार और अचलपुर तहसील के अनेक पदाधिकारियों ने बच्चू कडू के हार की जिम्मेदारी स्वीकारी है, यह विशेष.
मैं प्रहार का पक्का सैनिक- गायकी
मेरे पास रहे पद के कारण प्रहार की पहचान नहीं है. बल्कि प्रहार के माध्यम से होने वाली सेवा के कारण प्रहार की राज्य में पहचान है. सेवा का झंडा लेकर हम बच्चू कडू के कंधे से कंधा मिलाकर फिर से इसे खडा करेंगे और जनता के प्रश्न हल करेेंगे. पद मेरे लिए महत्व का नहीं हैं. मैं प्रहार का पक्का सैनिक हूं. इस कारण वर्तमान में किसी भी पद की बजाए बच्चू कडू के साथ सेवा करना और जनता के काम करने को मेरी प्राथमिकता रहेंगी. ऐसा गजेन्द्र गायकी ने कहा.