महंगी रहने के बावजूद इलेक्ट्रीक वाहनों की जमकर हो रही विक्री
आरटीओ में सर्वाधिक दुपहिया वाहनों का हो रहा पंजीयन
* इलेक्ट्रीक वाहनों को लेकर बढने लगा है रुझान
अमरावती/दि.1– पेट्रोल के बढते दामों को देखते हुए महंगे रहने के बावजूद इलेक्ट्रीक वाहनों की मांग और विक्री में लगातार इजाफा हो रहा है. प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में नये वाहनों के हो रहे पंजीयन से स्पष्ट पता चलता है कि, धीरे-धीरे लोगबाग पेट्रोल व डीजल वाहनों की बजाया इलेक्ट्रीक वाहनों को पसंद करने लगे है. विगत दिनों अकेले दशहरे के मुहूर्त पर ही करीब 45 इलेक्ट्रीक वाहनों व 314 पेट्रोल पर चलने वाले दुपहिया वाहनों की विक्री हुई. साथ ही दशहरें के मुहूर्त पर 55 चारपहिया वाहन भी बिके. इसके अलावा बढती महंगाई के कारण कई लोगों ने सेकंड हैंड फोरविलर व टूविलर वाहनों की भी खरीदी की.
उल्लेखनीय है कि, अन्य वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रीक वाहनों की कीमतें थोडी अधिक है. परंतु एक बार वाहन खरीद लेने के बाद उसके इंधन हेतु कोई खर्च नहीं करना पडता. बल्कि नाममात्र बिजली में इलेक्ट्रीक वाहनों की बैटरी चार्ज हो जाती है. ऐसे में धीरे-धीरे अब लोगबाग पेट्रोल व डीजल पर चलने वाली गाडियों की बजाय इलेक्ट्रीक पर चलने वाली गाडियो को खरीदना पसंद कर रहे है.
* दशहरे पर हुइ 314 टूविलर की विक्री
दशहरें के मुहूर्त पर अक्सर ही जमकर वाहन खरीदी होती है. इस बार दशहरे पर 314 नये दुपहिया वाहन विभिन्न शोरुम से बिके. जिनका आरटीओ कार्यालय में पंजीयन कराया गया.
* 50 इलेक्ट्रीक वाहन भी बिके
दशहरे के पर्व पर इलेक्ट्रीक वाहनों की विक्री भी बडे पैमाने पर होने की भी जानकारी सामने आयी है. जिसके मुताबिक दशहरे पर 50 इलेक्ट्रीक वाहन बिके है.
* 55 फोरविलर की विक्री, कुछ वेटींग पर
अमरावती जिले में दशहरे के मुहूर्त पर कुल 55 फोरविलर वाहनों की विक्री हुई. जिन्हें दशहरे वाले दिन ही वाहन चाहिए थे, उन्होंने इसके लिए पहले ही बुकिंग कर रखी थी. इसमें से कई लोगों को मुहूर्त पर वाहन प्राप्त हो गए. वहीं कई लोग अब भी वेटींग पर है.
* 477 सेकंड हैंड वाहन भी बिके
जिस तरह से कई लोगबाग दशहरे के पर्व पर नये वाहन खरीदना पसंद करते है. उसी तरह कई बार लोगबाग अपना बजट देखकर नये वाहन की बजाय कम बजट में सेकंड हैंड वाहन खरीदते है. सेकंड हैंड वाहनों की मांग में भी दशहरा पर्व के आसपास अच्छी खासी तेजी रहती है. इस बार नवरात्रौत्सव से दशहरा पर्व के बीच दुपहिया व चारपहिया वाहनों के साथ-साथ मालवाहक रिक्षा व बस तथा ट्रैक्टर व एम्बुलेंस जैसे वाहनों की सेकंड हैंड के तौर पर अच्छी खासी विक्री हुई और ऐसे करीब 477 वाहनों के हस्तांतरण शुल्क के तौर पर प्रादेशिक परिवहन कार्यालय को 1 लाख रुपए से अधिक का राजस्व प्राप्त हुई.
* कब बजट में मिल जाते है अच्छे सेकंड हैंड वाहन
जानकारी के मुताबिक इस समय सेकंड हेंड दुपहिया वाहन 25 से 40 हजार रुपए तथा चारपहिया वाहन 1 से 6 लाख रुपए की रेंज में मिल जाते है. उस वक्त शहर में सेकंड हैंड दुपहिया व चारपहिया वाहनों की विक्री करने वाले कई ऑटो डील है, जो अन्य शहरों से भी सेकंड हैंड वाहन लाकर शकर में बेचते है.
* बदलते समय के अनुसार अब पेट्रोल व डीजल पर चलने वाले वाहनों के बजाय पर्यावरणपुरक वाहनों को अच्छा खासा पसंद किया जाता है. जिसके चलते इस बार दशहरें के पर्व पर गत वर्ष की तुलना में इलेक्ट्रीक वाहनों का पंजीयन अधिक दिखाई दिया. इसमें भी ई-बाइक खरीदने की ओर लोगों का रुझान कुछ ज्यादा दिखाई दिया है.
– आर. टी. गीते,
आरटीओ अमरावती.