अमरावती

वर्ज्य रहने के बावजूद इस बार आषाढ में ‘शुभ मंगलम् सावधान’

कोविड महामारी के चलते वर व वधु पक्ष ने निकाला शुभ दिवसों का समाधान

अमरावती/दि.20 – इससे पहले आषाढ मास में विवाह करना वर्ज्य था और शास्त्रों में भी चार्तुमास के दौरान वैवाहिक कार्यक्रम आयोजीत करने से इन्कार किया गया है. जिसके चलते आषाढ माह से शुभ एवं मांगलिक कार्य आयोजीत करना टाला जाता है. किंतु कोविड संक्रमण की महामारी के चलते विगत दो वर्षों से शादी-ब्याह के सीझन दौरान काफी समस्याएं व दिक्कते रही. ऐसे में अब मुहूर्त की तीथि बीत जाने के बाद कोई शुभ दिवस देखकर आषाढ मास में ‘शुभ मंगल सावधान’ किया जा रहा है. बता दें कि, इस वर्ष 15 जुलाई को वैवाहिक मुहूर्तों की अंतिम तारीख थी, लेकिन विगत दो वर्ष से कोविड की महामारी के की वजह से लोगबाग आषाढ एवं श्रावण माह के दौरान ही शुभ दिवस देखकर वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न करा रहे है. हालांकि एक साथ एक ही शुभ दिवस पर कई वैवाहिक कार्यक्रम आयोजीत होने की वजह से आयोजन संबंधी व्यवस्था करने में काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडता है.
इस बार जुलाई माह में 25, 27, 28 व 29 तथा अगस्त माह में 9, 11, 13, 14, 19, 20, 23, 24, 27, 30 व 31 इन तारीखों को पंचांग में शुभ दिवस बताया गया है. ऐसे में इन तारीखों पर ज्यादा तर मंगल कार्यालय भी बुक है. कोविड की वजह से अटके पडे विवाह समारोह अब आषाढ मास में संपन्न कराये जा रहे है. इसके अलावा इन दिनों मुहूर्त के बिना अपनी सुविधा के अनुसार विवाह समारोह आयोजीत किये जाने की प्रवृत्ति भी देखी जा रही है.

अनुमति 50 लोगों की, लेकिन…

कोविड संक्रमण के मद्देनजर सरकार एवं प्रशासन द्वारा विवाह समारोह आयोजीत करने के लिए अधिकतम 50 लोगों की उपस्थिति को अनुमति दी गई है. ऐसे में कई विवाह समारोह तो तमाम नियमों का पालन करते हुए संपन्न हुए, वहीं कई समारोहों में नियमों का खुलेआम उल्लंघन शुरू है. जिसके तहत 50 लोगों की अनुमति रहने के बावजूद विवाह मंडप में कहीं अधिक लोगों की उपस्थिति दिखाई दी. साथ ही कई लोगों ने अपने रिश्तेदारों के रोष व नाराजगी को टालने हेतु उन्हें विवाह समारोह में अलग-अलग चरणों में बुलाया, ताकि सभी लोग इन विवाह समारोह में उपस्थित रह सके. वहीं कई विवाह समारोहों में एक साथ काफी भीडभाड का माहौल दिखा. जहां पर कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का उल्लंघन होने की वजह से प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी की गई.

मंगल कार्यालय बुक

शास्त्र के मुताबिक आषाढ मास में विवाह नहीं किया जाना चाहिए. किंतु इन दिनों इसमें काफी बदलाव पाया जाता है. वैवाहिक मुहूर्तों के लिहाज से अंतिम तारीख बीत जाने के बावजूद कुछ शुभ दिवस बचे होते है. जिसके तहत आगामी 31 अगस्त तक ऐसे शुभ दिवस की तारीखें है. जिन पर विवाह समारोह आयोजीत किये जा रहे है. इस हेतु कई छोटे-बडे मंगल कार्यालय भी बुक किये गये है और शुभ दिवसों पर सभी मंगल कार्यालय में अच्छी-खासी धामधूम दिखाई देगी.

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