अमरावती/दि.१९ – महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कार्यरत महिला आर्थिक विकास महामंडल (माविम) ने ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय महिला स्वयं सहायता बचत गुट की किसान महिलाओं द्वारा उत्पादित कृषि उपज की जानकारी अब ऑनलाइन उपलब्ध होगी. राज्य की महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमती ने शुक्रवार को इस इ-बिजनेस प्लेटफार्म का ऑनलाइन उद्घाटन किया.
महाराष्ट्र में महिला आर्थिक सक्षमीकरण
माविम की अध्यक्ष ज्योती ठाकरे, महिला व बालविकास विभाग की सचिव आयए, कुंदन, व्यवस्थापकीय संचालक श्रध्दा जोशी, युनिसेफ की आहार राजलक्ष्मी नायर, ऑनलाइन सहभागी हुई. इस ई-बिजनेस प्लेटफार्म से राज्य में महिला बचतगुटों द्वारा उत्पादित कृषि उपज को मार्केट उपलब्ध होगा. जिससे योग्य दाम मिल पाएंगे. राज्य में १ लाख ३७ हजार स्वयं सहायता बचत गुट है, जिसमें से ९७ हजार ४९९ ग्रामीण और ३९ हजार ५९१ शहरी क्षेत्र में है. माविम के ३६१ लोकसंचालित साधन केन्द्र है. बचत गुटों से ११ लाख ८१ हजार ग्रामीण और ४ लाख २८ हजार शहरी महिलाएं जुडी है. ई-बिजनेस प्लेटफार्म में लगभग डेढ़ लाख किसान महिलाएं है.
ई-लिंकेज से मिलेंगे योग्य दाम
ई-बिजनेस प्लेटफार्म के माध्यम से कृषि उत्पादन का मार्केट से ई-लिंकेज होगा. जिससे बचत गुटों की किसान महिलाओं द्वारा उत्पादित कृषि माल को मार्केट मिलेगा. जिससे योग्य बाजार भाव मिल पाएंगे. जिससे आर्थिक सक्षमीकरण होकर उनके परिवार का जीवनस्तर ऊंचा होने में मदद मिलेगी.
– यशोमती ठाकुर, मंत्री
अन्य उत्पादों के लिए शीघ्र होगा ई-प्लेटफार्म का निर्माण
माविम ने इससे पहले बचत गुट की महिलाओं द्वारा उत्पादित उत्पादनों की आधार रेखा जानकारी जमा की जाती है. अब समय-समय पर आधुनिक जानकारी इस ई-प्लेटफार्म पर संकलित की जायेगी. जिससे उत्पादनों को समय पर बाजार और योग्य दाम मिलेंगे. भविष्य में कृषि के अतिरिक्त अन्य वस्तुओं को भी मार्केट उपलब्ध करने के लिए इ प्लेटफार्म निर्माण किया जायेगा.
– ज्योति ठाकरे,अध्यक्ष माविम