45 का ऑक्सिजन लेवल रहने पर भी देवकाबाई ने हराया कोरोना को
मेलघाट स्थित घर के अहाते में ही हुई थी आयसोलेट
अमरावती/दि.25 – इस समय कोरोना का कहर जिले के हर एक गांव तक पहुंच चुका है और ग्रामीण इलाकों से बडे पैमाने पर कोविड संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. तमाम तरह के विकास व सुविधाओं से दूर रहनेवाला मेलघाट कुछ समय पहले तक कोरोना की संक्रामक महामारी से अछूता था. किंतु अब मेलघाट में भी बडे पैमाने पर कोविड संक्रमित मरीज पाये जाने लगे है. मेलघाट की तलहटी में स्थित 1 हजार 800 की जनसंख्यावाले गांव में मई माह के दौरान एक विवाह समारोह के जरिये कोरोना वायरस ने प्रवेश किया और एक सप्ताह के भीतर ही 87 में से 86 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटीव आयी. ऐसे में गांववासियों सहित प्रशासन में हडकंप मच गया. साथ ही प्रशासन ने गांव को चारों ओर से सील कर दिया.
इसी गांव में रहनेवाली 54 वर्षीय देवकाबाई तुकाराम गायन भी कोविड संक्रमण की चपेट में आ गयी थी और उनका ऑक्सिजन स्तर 45 तक जा पहुंचा था. किंतु इस विपरित स्थिति में मृत्यु को मात देते हुए आज देवकाबाई अपने सहित अपने परिवार का खयाल रख रही है और उनकी वजह से परिवार में कोई भी कोविड संक्रमण की चपेट में न आये, इस हेतु उन्होंने खुद को अपने घर के आहते में आयसोलेट कर लिया है.
देवकाबाई की सतर्कता से बची उनकी जान
मेलघाट में पहले ही शिक्षा का अभाव है और अंधश्रध्दा का काफी बोलबाला है. जिसके चलते यहां के आदिवासी नागरिक कोविड टेस्ट करवाने और कोविड प्रतिबंधात्मक टीका लगवाने के लिए तैयार नहीं होते. किंतु देवकाबाई ने खुद को खांसी की तकलीफ शुरू होते ही अपनी कोविड टेस्ट करवायी और वे इलाज के लिए भी तैयार हुई. जिसकी वजह से आज वे कोरोना पर सफलतापूर्वक मात करते हुए अपने घर पर लौटी है.
हिम्मत नहीं हारना चाहिए
मेरे शरीर में ऑक्सिजन का स्तर 45 पर आ गया और मुझे तीन दिन तक ऑक्सिजन पर रखा गया, लेकिन मैने हार नहीं मानी और कोरोना को मात दी. वहीं अब सरकारी निर्देशानुसार मैने खुद को अपने घर के आहते में आयसोलेट रखा है. पर्याप्त ध्यान देने और समय पर इलाज कराने के चलते कोविड संक्रमण को हराना सहज तौर पर संभव है.
– देवकाबाई गायन
देवगांव