अमरावतीखेल

दिव्यांगता को मात कर देवानंद भोजे बने ‘आयर्नमेन’

8.36 घंटे में पूर्ण की 1900 मीटर तैराकी

* 90 किमी साइकलिंग और 21 किमी दौड
अमरावती/दि.10– 8 घंटे 36 मिनट का समय, शुरुआत में 1900 मीटर समुद्र में तैरना, बाद में 90 किमी साइकिल चलाना और तत्काल 21 किमी दौडना यह सबकुछ असंभव लगने वाली चुनौती अमरावती के पुलिस आयुक्तालय के जवान देवानंद भोजे ने पूर्ण की. गोवा में 8 अक्तूबर को आयर्नमेन विश्वस्तरीय स्पर्धा आयोजित की गई थी. विशेष यानी 49 वर्षीय देवानंद भोजे का दाया पैन 22 वर्ष पूर्व हादसे में दिव्यांग है. लेकिन इस दिव्यांगता का कोई भी परिणाम इस स्पर्धा के दौरान न होने देते यह अफलातून सफलता प्राप्त की है.

देवानंद भोजे शहर पुलिस आयुक्तालय में लघु लेखक के रुप में कार्यरत है. पिछले अनेक साल से वे साइकलिंग करते है. इसके पूर्व उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमार साइकलिंग सफल रुप से पूर्ण कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया है. विश्वस्तरीय आयर्नमेन यह चुनौती भरी स्पर्धा पूर्ण करने का उसका मानस था. इसके लिए पिछले अनेक साल से उन्होंने मेहनत की. गोवा राज्य के पणजी में 8 अक्तूबर को आयोजित आयर्नमेन स्पर्धा की शुरुआत मीरामार्ग बीच से हुई. सुबह 7.20 बजे भोजे ने समुद्र में तैरना शुरु किया. 59 मिनट में उन्होंने 1900 मीटर दूरी तय की. पश्चात 4 घंटे 9 मिनट में साइकलिंग कर 90 किमी दूरी पूर्ण की और 3 घंटे 6 मिनट में 21 किमी दौडने की चुनौती भी पूर्ण की. इस संपूर्ण चुनौती के लिए 8 घंटे 30 मिनट का समय दिया जाता है, लेकिन भोजे ने 8 घंटे 36 मिनट लिए. लेकिन वे दिव्यांग रहने से उन्हें 6 मिनट का ग्रेस मिला. दोपहर 3.45 बजे उन्होंने यह चुनौतिपूर्ण स्पर्धा सफल रुप से पूर्ण की.

* अब ‘रैम’ पूर्ण करने का सपना
भविष्य में रैम यानी ‘रेस अक्रॉस अमेरिका’ यह 5 हजार किमी की विश्व की सबसे बडी साइकिल स्पर्धा पूर्ण करना है. इसके लिए कम से कम 50 से 60 लाख रुपए खर्च आता है. इस बाबत पुलिस आयुक्त ने शासन को प्रस्ताव भेजा है. साथ ही दिव्यांग मंत्रालय के पास प्रस्ताव भेजा जाएगा. आर्थिक प्रावधान होते ही रैम पूर्ण करने का सपना है.
– देवानंद भोज, आयर्नमेन

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