देवस्थान ट्रस्टी हिंदुत्व संजोकर रखे
धर्म जागरण प्रांत कार्यकारिणी सदस्य कमल छांगाणी का प्रतिपादन
* कृष्णा नगर के सिध्दि विनायक मंदिर में वार्षिक उत्सव
धामणगांव रेलवे/ दि.21 – देव, देश, धर्म आचार-विचार, संस्कृति, संस्कार, ज्ञान चरित्र, एकता इन सभी बातों का आधार और नीव याने हिंदु है. हिंदु जीवन जगने की शैली है, परंतु हिंदु और देवस्थानों को समाप्त करने का षडयंत्र बडे पैमाने में रचा जा रहा है. हिंदु आचार-विचार पध्दति ही रहेंगी नहीं तो देवस्थान को भी खतरा निर्माण होगा. इस वजह से हिंदुत्व बना रहे तो ही ईश्वर, देश और धर्म की रक्षा होगी. इस वजह से देवस्थान के ट्रस्टी हिंदुत्व को संजोकर रखे, इसकी बहुत जरुरत है, ऐसा प्रतिपादन धर्म जागरण प्रांत कार्यकारिणी सदस्य कमल छांगाणी ने व्यक्त किया.
कृष्णा नगर स्थित सिध्दि विनायक मंदिर में आयोजित वार्षिक उत्सव में वे बोल रहे थे. इस समय मंच पर संस्थाध्यक्ष विलास कडू, सेवानिवृत्त थानेदार होटे, सामाजिक कार्यकर्ता मुरलीधर वर्मा, पत्रकार सत्यनारायण सूर्योदय प्रमुख रुप से उपस्थित थे. विलास कडू ने संस्था के पिछले 23 वर्षों के उल्लेखनीय कार्यों की जानकारी अपने प्रास्ताविक भाषण में दी. कृष्णानगर के श्री सिध्दिविनायक देवस्थान के भव्य मैदान में आयोजित वार्षिक उत्सव में छांगाणी ने संबोधित करते हुए कहा कि, छत्रपति शिवाजी महाराज, स्वामी विवेकानंद, लोकमान्य तिलक समेत संत महंत यह हमेशा अन्य धर्म का सम्मान करते हुए हिंदुत्व का रक्षण करने के लिए हमेशा अग्रेसर रहे. दूसरे धर्म का कभी अहित न करने वाले हिंदु केवल अपने हित और रक्षण हो इसलिए काम करने की जरुरत है. हमारे रौप्यमहोत्सवी वर्ष की ओर गतिमान हो रहे श्री सिध्दिविनायक देवस्थान ट्रस्ट ने अध्यात्म के साथ गुरुदेव सेवा मंडल के सहयोग से पिछले 23 वर्ष में सामाजिक कार्य समेत कोरोना काल में उल्लेखनीय कार्य किया. इसके कारण श्री सिध्दिविनायक देवस्थान ट्रस्ट का कार्य प्रशंसनीय रहने की बात उन्होंने कही. कार्यक्रम के समय संस्था में तन-मन-धन से कार्य करने वाले प्रदीप जोशी, मधुकर भोसले, मूर्तिकार रवि काले, गुरुदेव सेवा मंडल के ज्ञानेश्वर डेरे, सत्यनारायण सूर्योदय, मुरलीधर वर्मा, संजय वर्मा का सपत्नीक सत्कार किया गया. देवस्थान के ट्रस्टी प्रदीप जोशी सुहास भोले, रविंद्र लसवंते, अरुण कापडे, रमेश फंदे, हरिश्चंद्र पिंपले, वैभव सोलंके, रामेश्वर लडके, सुभाष खारोडे का महोत्सव में विशेष येागदान है. मंच संचालन अरुण लोहे और आभार सुहास भोलो ने माना.