अमरावती

नेहरु मैदान का उपेक्षित कस्तुरबा उद्यान का करें विकास

आम नागरिकों के लिए पडा हैं बंद

मनपा आयुक्त को ध्यान देने की उद्यान प्रेमियों ने की मांग
अमरावती-/दि.9 शहर के मध्यभाग में स्थित नेहरु मैदान का कस्तुरबा उद्यान काफी उपेक्षित हैं. काफी समय से बंद पडे ब्रिटिशकालीन इस उद्यान को हराभरा कर उसका विकास करने की मांग मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर से कस्तुरबा उद्यान प्रेमी जुगलकिशोर पटेरिया और संतोष गुप्ता ने की हैं.
मनपा आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में जुगलकिशोर पटेरिया और संतोष गुप्ता ने कहा है कि, पूर्व में अमरावती शहर के मध्यभाग में एकमात्र आकर्षक उद्यान निकोलेट पार्क के रुप में नेहरु मैदान पर कस्तुरबा बगीचा विख्यात था. इस उद्यान में ब्रिटिशकालीन फाउंटेन था. जिसमें दो बच्चों की सुुंदर प्रतिकृति थी. यह उद्यान रंगबिरंगी फूलों से सजाया गया था. जो शहरवासियों को अपनी ओर आकर्षित करता था, साथ ही मैदान की खुली जगह में लॉन था. जहां आम नागरिक स्वास्थ्य लाभ के साथ मनोरंजन करते थे. यह उद्यान दीपस्तंभों से सुसज्जित था जिसका अमरावती के इतिहास में उल्लेख दिया हैं. वर्ष 1980 में यह बगीचा नर्सरी के रुप में रुपांतरित किया गया और क्यारियों की जगह पौधों का संग्रहण किया गया. इस उद्यान में कस्तुरबा गांधी की प्रतिमा है जो वर्तमान में उपेक्षित हैं, साथ ही यह उद्यान आम नागरिकों के लिए बंद कर दिया गया हैं, जो वर्तमान अवस्था में बंद पडा हैं. ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि, उद्यान में कस्तुरबा गांधी की प्रतिमा है यह मनपा के अधिकारी अथवा नागरिकों को पता है अथवा नहीं इसकी जानकारी नहीं हैं. कस्तुरबा गांधी की जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर भी उन्हें याद नहीें किया जाता. इसके अलावा मनपा की हर पांच वर्ष में प्रकाशित होने वाली डायरी में कस्तुरबा गांधी एवं छत्रसाल के नाम (प्रतिमाओं की सूची में)का भी उल्लेख नहीं रहता. इस कारण मनपा आयुक्त स्वयं इस ओर ध्यान देकर उद्यान को विकसित करें.

बन सकता हैं सुंदर स्पॉट
कस्तुरबा उद्यान रेलवे पुल के दो प्रमुख मार्गो से जुडा हैं. यदि इस उद्यान को किसी आर्किटेक के मार्गदर्शन में विकसित किया गया तो, रेलवे पुल के दोनो मार्ग का सुंदर दृश्य नजर आएगा, जो सभी को आकर्षित करेगा और शहर के मध्य भाग में एक सुंदर स्पॉट बन सकता हैं.

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