अमरावती

हिन्दू श्मशान भूमि की तर्ज पर अन्य श्मशान भूमि का विकास हो

विधानसभा अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव के कथन

  • शवदाहिनी तोडफोड करना अनुचित है

अमरावती/दि.1 – शहर में करीब एक सप्ताह से हिंदू श्मशानभूमि में तीसरी शवदाहिनी स्थापित करने को लेकर जो कोहराम अथवा राजनीति की जा रही है वह योग्य नहीं है. हिन्दू श्मशानभूमि का जिस प्रकार विकास हुआ है. उसी तर्ज पर प्रशासन ने मनपा क्षेत्र की अन्य श्मशान भूमि का विकास करना चाहिए. ऐसा नजरिया राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अमरावती विधानसभा अध्यक्ष धीरज श्रीवास ने व्यक्त करते हुए कहा कि तीसरी दाहिनी स्थापित करने को लेकर हिंदू श्मशान भूमि के सामने जिस प्रकार विरोध रूपी आंदोलन किया गया है व कतई योग्य नहीं है. हिन्दू श्मशान भूमि में तीसरी गैस दाहिनी स्थापित करने के लिए पूर्व पालकमंत्री पोटे ने पोटे ट्रस्ट की ओर से 30 लाख रूपये का धनादेश देकर सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए विपदा की घडी में पुन: मदद के लिए आगे आए है. ऐसे में दानदाता प्रवीण पोटे द्वारा उपलब्ध दाहिनी का तोडफोड कर विरोधक आखिर क्या साबित करना चाहते है. इस विषय पर राकांपा अमरावती विधानसभा अध्यक्ष धीरज श्रीवास ने कहा विरोध का अधिकार लोकतंत्र में सभी को है. लेकिन हिन्दू श्मशानभूमि के समक्ष जिस प्रकार विरोध प्रदर्शन किया गया वह कतई योग्य नहीं है. दानदाता के द्वारा हिदू श्मशानभूमि को आर्थिक मदद की गई. वहां जिस प्रकार का वाकया हुआ उससे मदद के उद्देश्य से दान देनेवाले दानदाताओं का मनोबल टूट सकता है. हिंदू श्मशानभूमि का संचालन करनेवाली संस्था के पदाधिकारियों द्वारा सेवाभाव के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है.
धीरज श्रीवास ने बताया कि हिंदू श्मशानभूमि की तर्ज पर प्रशासन ने मनपा क्षेत्र के अन्य श्मशानभूमि का विकास करना चाहिए., यह बेहद जरूरी है. कोरोना महामारी के काल में दहासंस्कार के लिए चबूतरे कम पड रहे थे. ऐसा भी प्रसंग में आया था. भविष्य में यह खामिया दूर हो सके इसके लिए प्रशासन को नियोजन करना चाहिए.

 

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