आचारसंहिता के कारण जिले में विकास कार्यों को लगा ब्रेक
करोडों के काम ठप, निधि नहीं कर सकते खर्च
अमरावती/दि. ३- स्नातक निर्वाचनक्षेत्र के चुनाव को देखते हुए आचारसंहिता लागू की है. जिसकी वजह से अब विकास कार्यों को ब्रेक लगा है.अमरावती जिले के लिए वित्त वर्ष २०२२-२३ के लिए ३५० करोड रुपए के जिला वार्षिक विकास प्रारूप को मंजूरी मिली है. कुल निधि में से २१० करोड रुपए निधि प्राप्त हुई है. तथा ६० करोड रुपए के कार्यों को प्रशासकीय मंजूरी दी गई है. लेकिन अमरावती विभाग पदवीधर चुनाव की आचारसंहिता लागू होने से विकास कार्यों को ब्रेक लगा है. जिला नियोजन समिति के वार्षिक विकास प्रारूप के करीब २१० करोड रुपए के विकास कार्यों को स्थगिती दी गई है. ६ फरवरी को आचारसंहिता हटेगी फिरभी इसके बाद वित्त वर्ष समाप्त होने दो महिने का समय रहेगा. इसलिए इस समयावधि में करोडों के विकास कार्यों का नियोजन करते समय प्रशासकीय यंत्रणा को काफी मशक्कत करना होगा. राज्य सरकार द्वारा विविध विकास कार्यों सहित उपक्रमों के लिए जिला नियोजन समिति को निधि मंजूर की जाती है. इस निधि के वितरण का नियोजन पालकमंत्री की अध्यक्षता में समिति डीपीसी कती है. जून महिने में सत्तांतर होने के बाद नई सरकार ने तत्कालीन उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा मंजूर किए गए सभी विकास कार्यों को स्थगिती दी थी. इसमें जिला नियोजन समिति के विकास कार्यों का भी समावेश था. लगभग यह काम तीन महिने बंद थे. सरकार ने स्थगित किए काम शुरु करने संदर्भ में पालकमंत्री की सहमति से निर्णय लेने की सूचना नियोजन विभाग को देते हुए पत्र दिया था. पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने डीपीसी की बैठक लेकर कार्यों पर स्थगिती उठाई जा रही है, ऐसा कहा था. लेकिन इसके बाद ग्राम पंचायत के चुनाव घोषित हुए. चुनाव की आचारसंहिता लागू होने से फिरसे विकास कार्यों को ब्रेक लगा. यह आचारसंहिता हटने पर तुरंत पदवीधर चुनाव की आचारसंहिता लगी है. ६ फरवरी तक आचारसंहिता लागू रहेगी. इसलिए इस दौरान विकास कार्य ठप रहेंगे.
निधि खर्च नहीं कर सकते
जिला विकास योजना अंतर्गत ३५० करोड रुपए का प्रारूप मंजूर है. इसमें से २१० करोड रुपए के कार्यों को प्रशासकीय मंजूरी मिली है. २० करोड रुपए के कार्य हुए है और उतनीही निधि वितरित हुई है. भले ही निधि उपलब्ध है फिरभी आचारसंहिता के कारण निधि खर्च नहीं की जा सकती.