२६ बाढ़पीड़ित गांवों में विकास कार्यों की होंगी शुरुआत
विधायक भुयार के प्रयास, सीमेंट कांक्रीट नाली निर्माण कार्य के लिए २३.२७ करोड़ मंजूर
वरूड़ /दि. २- तहसील में वर्ष १९९१ में आई बाढ़ से कई गांव प्रभावित हुए. बाढ़पीडित गांव के नागरिकों की समस्या की ओर अनेक वर्षों से अनदेखी होने से मोर्शी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक देवेंद्र भुयार ने ध्यान केंद्रीत किया. उनके द्वारा प्रयास किए जाने से वरूड तहसील के २६ बाढ़पीडित गांव के सीमेंट कांक्रीट नाली के निर्माण कार्य के लिए २३ करोड़ २७ लाख ८५ हजार रुपए की प्रशासकीय मान्यता मिली है. निधि मंजूर होने से २६ बाढपीडित गांव के नागरिकों को राहत मिली है. इन गांव में सड़क व नाली निर्माण कार्य के लिए ठोक प्रावधान अंतर्गत तुरंत प्रस्ताव तैयार कर इसके लिए निधि उपलब्ध करने की मांग विधायक भुयार ने तत्कालीन उपमुख्यमंत्री अजित पवार से की थी. जिसके बाद अजित पवार ने ८ जुलाई २०२० में मदद पुनर्वसन विभाग को प्रस्ताव पेश करने के निर्देश दिए. विधायक भुयार ने ५ मई २०२१ को बाढ़पीडित ३१ गांव के पुनर्वास की समस्या तत्काल हल करने के लिए बैठक बुलाने की मांग की थी. जिसके बाद तत्कालीन मदद पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार की अध्यक्षता में १४ जुलाई २०२१ को बैठक लेकर सत्यशोधन समिति गठित की थी. शीत अधिवेशन में २४ दिसंबर २०२१ को लक्ष्यवेधी प्रश्न रखकर नागरी सुविधा के काम मंजूर कर निधि उपलब्ध करने की मांग की थी. तथा इस संदर्भ में नागपुर खंडपीठ में विधायक भुयार ने याचिका भी दायर की थी.सरकार स्तर पर प्रयास करने के बाद उनके प्रयास सफल हुए है. वर्ष १९९१ में वरूड तहसील के बाढ़पीडित आमनेर, देऊतवाडा,वाघाल, पोरगव्हाण, मोर्शी खुर्द, वेढापुर, उदापूर, घोराड, चींचरगव्हाण, मोरचुंद, वाडेगाव, गाडेगाव, वाठोडा, खानापूर, कुरली, पवणी, सावंगी, वंडली, चांदस, लिंगा, सुरली, मालखेड, अमडापुर, पुसला, शहापूर, गणेशपुर में सीमेंट कांक्रीट नाली का निर्माण कार्य करने के लिए तथा नागरी सुविधा के काम के लिए २३ करोड़ २७ लाख ८५ हजार ४४६ रुपए के बजट को प्रशासकीय मंजूरी प्रदान की. तहसील के २६ गांव के बाढपीडित वसाहत में सीमेंट कांक्रीट नाली का निर्माण कार्य होगा, यह जानकारी विधायक देवेंद्र भुयार ने दी.