शिव-पार्वती विवाह प्रसंग की सजीव झांकी से झूमें भक्त
शिवमहापुराण कथा के चौथे दिन हजारों महिला श्रद्धालुओं की भीड
* शिवम कृष्णाजी महाराज की मधुर वाणी में चल रहा कथा का श्रवण
अमरावती/दि.29– पुरुषोत्तम श्रावण मास के उपलक्ष्य मेंं शिवभक्त परिवार की ओर से आयोजित शिवमहापुराण कथा के चौथे दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह प्रसंग सुनाया गया. मुख्य यजमान नारायण कलावटे तथा अन्य यजमान के हाथों सपत्नीक भगवान शिव-पार्वती और शिवमहापुराण की विधिवत पूजा-अर्चना के बाद कथा की शुरुआत हुई. इस दौरान शिव-पार्वती की सजीव झांकी सजाई गई थी.
वृदांवन निवासी पूज्य शिवम कृष्णाजी महाराज ने चौथे दिन अपनी मधुर वाणी में कहा कि जीवन में निमंत्रण न रहने पर कहीं भी जाना उचित नहीं. क्योंकि निमंत्रण न रहने पर किसी भी कार्यक्रम में जाने से मान-सम्मान नहीं मिलता. यही बात दक्ष राजा के घर अनुष्ठान में सभी देवताओं का आसन और सम्मान हुआ लेकिन महादेव का अपमान होता देख अग्नि प्रकट कर सती ने प्राण त्याग दिए. इस बात से महादेव काफी क्रोधित हो गए थे. वीरभद्र ने महादेव के निर्देश पर दक्ष का सिर धड से अलग कर दिया था. लेकिन उपस्थित देवताओं ने शिवजी से अनुरोध किया तब यज्ञ पूरा करने दक्ष राजा को बकरे का सिर लगाया. दक्ष राजा ने भगवान शिव से क्षमा मांगकर अभिमान का प्रायश्चित किया और यज्ञानुष्ठान पूरा किया. महाराजजी ने कहा कि, माता पार्वती ने हिमालय राजा के यहां जन्म लिया था. पार्वती बचपन से ही भगवान भोलेनाथ को मानती थी. इसलिए शिवजी से माता पार्वती का विवाह हुआ. उन्होंने कहा कि शिव-पार्वती के विवाह के पूर्व से ही तारकासुर राक्षक का तीनों लोक में अत्याचार था. इस राक्षक का वध शिव-पार्वती के पुत्र से होना था, इसलिए माता पार्वती का विवाह शिवजी से होना पहले से ही तय था. यानी यह सब लीला भगवान की थी. कथा के दौरान विविध भजनों से शिवभक्त झूम उठे थे. कार्यक्रम के सफलतार्थ गोकुलचंद जालान, सुनील भूत, किशोर गग्गन, विजय भूत, कन्हैया वाधवानी, नितिन राठी, सुभाष जालान, रमेश उदयपुरिया, गोपाल कलावटे, अशोक जालान, सचिन वर्मा, संजय जालान, विनोद अग्रवाल, महेश कलावटे, गिरधारीलाल भूत, पूरण कलावटे, राजू रॉय, मनीष रॉय, सचिन चंदाराणा, विक्की रॉय, गोलू जालान, सचिन मोदी, सचिन भूत, आशीष जालान, धनराज भूत, शिवा वाधवानी तथा समस्त शिवभक्त परिवार के कार्यकर्ता अथक परिश्रम कर रहे हैं.
* शिवजी की निकाली बारात
भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह प्रसंग पर निकली बारात में शिव विवाह की झांकी में महेश कलावटे ने शिव की और सीमा कलावटे ने पार्वती की भूमिका निभाई. इस आकर्षक झांकी में बच्चों ने शिव के गणों के साथ भूत, बेताल की वेशभूषा धारण कर सभी को आकर्षित कर दिया. इस विवाह में कथास्थल पर उपस्थित शिवभक्त बाराती बनकर झूमते नजर आए. शिवकथा और व्यासपीठ का सम्मान करने यवतमाल दादी मंदिर से पूज्य दादाजी मुरारीलाल झुनझुनवाला और दादाजी भारतीदेवी झुनझुनवाला पधारे थे. सभी उपस्थित यजमान के हाथों आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया.