श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का भक्तों ने लिया लाभ
संत डॉ. संतोष महाराज ने किया मार्गदर्शन
परतवाडा/दि.24-परतवाड़ा स्थित पूज्य शिवधारा आश्रम प्रांगण पोस्ट ऑफिस कैंप में गत 14 से 20 अक्टूबर तक श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का आयोजन टहलवानी परिवार ने अपनी माता स्व. ईश्वरी देवी, पिता स्व. रेवा चंद टहलवानी की मोक्ष गति हेतु आयोजित करवाई थी. कथा के अंतिम दिन पर कथा व्यास परम पूज्य संत श्री डॉ संतोष देव जी महाराज जी ने कहा कि सुदामा भगत के चरित्र से हम सीखते हैं, कि स्वाभिमानी बनना चाहिए, पर अभिमानी न बनें. परंतु स्वाभिमान भी इतना ज्यादा ना हो, कि वह अभिमान लगने लगे एवं प्रभु ने हमारे पूरे परिवार के लिए अगर पर्याप्त व्यवस्था की है, तो शेष जीवन उनका समर्पण करके सुदामा भक्ति की भांति भक्ति में सार्थक करना चाहिए. अंत में महाराज श्री ने 16 कला संपूर्ण भगवान श्री कृष्ण चंद्र जी की अंतिम लीलाओं के संदर्भ में बताते हुए फरमाया, के सदैव अपने वंशजों को समझाते थे, कि कभी भी किसी संत की अवहेलना व अमर्यादा नहीं करना, परंतु उनके वंशजों को ठाकुर जी की इस आज्ञा की ओर कोई ध्यान न था एवं हम भगवान के वंशज हैं, इस अहंकार में आकर मदिरापान जैसी भी गलती कीं, जिसके फल रूप में वह एक दूसरे से लड़कर लड़ते हुए मुक्त हो गए, भगवान श्री कृष्ण ने उनको नहीं बचाया. हम भी अपने बच्चों के संस्कार, सोच एवं संस्कृति के समझाने के विषय में सदैव सतर्क रहें, ना के मोह वश उनको गलतियां करने दें. अंतिम दिन पर महाप्रसाद का आयोजन भी किया गया. सैकड़ो हरि भक्तों ने प्रसाद पाकर खुद को भाग्यशाली समझा एवं 1008 सद्गुरु स्वामी शिवभजन जी महाराज जी का आशीर्वाद रूप शिवधारा मिशन फाउंडेशन की ओर से सिंदूर बांटा गया एवं राधा कृष्ण की प्रतिमाएं भी भक्तों में बांटी गईं.
सात दिवसीय कथा में शिवधारा परिवार के सदस्य विशेष तौर पर अमरलाल मेघवानी, शंकर लाल भाषाणी, नंदलाल टहलवानी, मखणाराम मेघवानी, जयराम बानानी, टीकम दास विधानी, विजय थावानी, एडवोकेट दीपक खुशलानी, आयलदास टहलवानी, गोपाल लुल्ला, ज्ञानी राम गेहानी, मुकेश नचवानी, कन्हैया रेवालानी, कन्या काकानी, देवदास बुधवानी, अरुण मेघवानी, लखन विधानी, ओम विधानी, प्रेम भक्तानी, राम भक्तानी, श्री चंद्र खुशलानी एवं विशेष अतिथियों में विधायक बच्चू कडू, अचलपुर विधानसभा प्रमुख प्रवीण तायडे, कुंदन यादव, महेश कडू, गौरव रघुवंशी, शिव बुंदेली, राजेश अग्रवाल, पप्पू भाई चंदनानी, माणक राम लुल्ला, विशाल काकड, जीवतराम दौलतानी, प्रताप राय वाधवानी, मनोहर लाल नचवानी, एड. भोलाजी चौहान, एड. श्रोति वकील, पंकज शर्मा, मनोहर लाल मूलचंदानी, सुरेश अटलानी आदि विशेष रूप में उपस्थित थे और कथा का भाव से आनंद लिया.