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परकोटे के भीतर भी वैकुंठ एकादशी की श्रध्दा व्यक्त

‘सांवरे...सेवा में बनाए रखना’

* राधाकृष्ण सेवा समिति की पाक्षिक महाआरती
* पालखी शोभायात्रा में भाविकों का अपार उत्साह
* पुष्पवृष्टि और गगनभेदी जयकारे से स्वागत
अमरावती/ दि.10-श्री राधाकृष्ण सेवा समिति द्बारा वैकुंठ एकादशी उपलक्ष्य आयोजित पालखी यात्रा को अभूतपूर्व प्रतिसाद मिला. सैकडों महिलाएं व पुरूष पारंपरिक वेशभूषा में उल्लास से शोभायात्रा में न केवल सम्मिलित हुए अपितु परकोटे के भीतरी परिसर को बांके बिहारी लाल, कृष्ण कन्हैयालाल, लक्ष्मीनारायण भगवान के जयकारे से गुंजायमान कर दिया. अनेक श्रध्दालुओं ने फूलों की लडियों से सजाई पालखी में रखी गई राधाकृष्ण उत्सव मूर्तियों पर पुष्प बरसाकर अपना आनंद और श्रध्दाभाव व्यक्त किया. मंदिर से प्रारंभ शोभायात्रा सक्करसाथ, जवाहर गेट, टैगोर चौक होते हुए पुन: मंदिर में पहुंची. वहां महिला मंडल ने पुष्पवृष्टि कर भगवान का स्वागत किया.
उल्लेखनीय है कि राधाकृष्ण सेवा समिति प्रत्येक एकादशी को मंदिर में महाआरती का सुंदर एवं श्रध्दापूर्ण आयोजन कर रही है. जिसमें सैकडों की संख्या में भाविक उत्साह से सहभागी हो रहे हैं. आज वैकुंठ एकादशी के मौके पर दीपक उपाध्याय, आत्माराम उपाध्याय, रवि ओझा, मनमोहन जाजू, नीलेश चांडक और अन्य ने सुंदर भजनों की झडी लगा दी. महाआरती ओम जय जगदीश हरे से पूर्व भाविक इन भजन और कीर्तनों में खो गये. अपार आनंद भाविकों ने भजनों को गुनगुनाकर प्राप्त किया. दीपक उपाध्याय का अंदाज भी सभी को बडा भाया.
* एकादशी कथा महात्म्य
पं. संजय जी शर्मा ने पुत्रदा एकादशी की कथा और महात्म्य का वर्णन किया. उपरांत एकादशी आरती की गई. आज के यजमानों में मनीष भूतडा, हर्षा राठी, श्रीनारायण लढ्ढा, जय करवा, प्रकाश केला, रमन झंवर, ब्रजेश लढ्ढा, माणकलाल सोमानी, राम प्यारी डागा, जुगल किशोर रिनवा, नवनीत जोशी, श्रीहरि राठी, गायलमाता परिवार, गोपालदास राठी, तारादेवी काकाणी का समावेश रहा. भाविक बडे ही उमंग और उल्लास में सराबोर दिखाई पडे.
महेन्द्र भूतडा का सत्कार
225 वीं बार रक्तदान करनेवाले और अंबानगरी में रक्तदान की अलख जगानेवाले महेंद्र भीकमचंद भूतडा का पंचायत सरपंच प्रा. जगदीश कलंत्री एवं पूर्व सरपंच तथा राधाकृष्ण सेवा समिति के मार्गदर्शक राजेंद्र सोमाणी के हस्ते शाल श्रीफल और सम्मान चिन्ह देकर उपस्थितों की करतल ध्वनि के बीच सुंंदर अभिनंदन- सत्कार किया गया. उपरांत सैकडों भाविकों को साबूदाना उसल, सूखा मेवा, राजगीरा हलवा और केले के प्रसाद का वितरण सुचारू रूप से किया गया. उल्लासपूर्ण एवं उत्सवमय वातावरण संपूर्ण राधाकृष्ण मंदिर परिसर रंगारी गली में दिखाई पडा.

 

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