अमरावती/दि.10 – व्यावसायिक पाठ्यक्रम में आरक्षण का लाभ लेने वाले विद्यार्थियों को जाति जांच पडताल प्रमाणपत्र बंधनकारक किया गया है. जिससे 2021-2022 इस शैक्षणिक वर्ष में सीईटी स्पर्धा परीक्षा से व्यावसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों ने जिला जाति प्रमाणपत्र जांच पडताल समिति के पास ऑनलाइन आवेदन पेश करना पडेगा.
पिछडे विद्यार्थियों को ‘कास्ट वैलिडिटी’ के लिए अर्जी करते समय सीईटी स्पर्धा परीक्षा की अर्जी भरने का सबूत जोडना पडेगा. अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को 10 अगस्त 1950 पूर्व के, विमुक्त जाति व भटकी जनजाति के लिए 21 नवंबर 1961 व अन्य पिछडा वर्ग तथा विशेष पिछडा वर्गीय विद्यार्थियों को 13 अक्तूबर 1967 पूर्व के जाति व स्थायी निवास के सबूत पेश करना बंधनकारक है. विद्यार्थियों ने झूठे दाखले न जोडे, सत्य जानकारी पेश करें अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ऐसा जिला प्रमाणपत्र जांच पडताल समिति ने कहा है.
इस पाठ्यक्रम को लगेगी ‘कास्ट वैलिडिटी’
अभियांत्रिकी, औषधी निर्माण शास्त्र, वास्तु शास्त्र, होटल मैनेजमेंट एन्ड कैटरिंग टेक्नालॉजी व्यवस्थापन शास्त्र, कला शिक्षण, वैद्यकीय शिक्षण शास्त्र, विधि पाठ्यक्रम, शारीरिक शिक्षण, आयुर्वेद, होमियोपैथी, यूनानी, फिजिओथेरेपी.
- ‘कास्ट वैलिडिटी’ के लिए लगने वाले कागजात समय के भितर पेश करने होंगे. कई बार विलंब से मामले पेश किये जाते है और जाति प्रमाणपत्र जांच पडताल नहीं मिलती, ऐसा न हो इसके लिए ऑनलाइन अर्जी के लिए पुढाकार लेना चाहिए.
– सुनील वारे,
उपायुक्त, जिला जाति प्रमाणपत्र जांच पडताल समिति, अमरावती.