धामणगांव के हितेश अब ‘रामहृदय जी म. सा.’
नीमच के जावद में भव्य दीक्षा समारोह
* अन्य 9 ने भी लिया संन्यास
अमरावती / दि.23- धामणगांव रेलवे के हेम करंण जी कांकरिया के सुपुत्र हितेश कांकरिया का दीक्षा समारोह सोमवार को मध्यप्रदेश के नीमच के जावद जैन तीर्थस्थली मेंं संपन्न हुआ. हितेश कांकरिया ने पूज्य आचार्य रामलाल जी म. सा. के आशीर्वाद तथा प्रेरणा से वैराग्य जीवन अंगीकार किया. उनके साथ ही 9 अन्य लोगों ने भी जावद के भव्य कार्यक्रम में दीक्षा ग्रहण की. पूज्य आचार्य श्री ने हितेश को नया नाम रामहृदय जी म. सा. प्रदान किया. हजारों जैन धर्मावलंबियोें के संग समूचे देश से धर्मानुरागी पधारे थे.
* कांकरिया परिवार बना साक्षी
अपने उच्च शिक्षित सुपुत्र के वैराग्य मार्ग अपनाने के निर्णय का सम्मान करनेवाले हेमकरण कांकरिया सहपरिवार दीक्षा कार्यक्रम में सहभागी हुए. उनमें माताजी उषा कांकरिया, हिमांशु कांकरिया, अंजू कांकरिया, अशोक कांकरिया, आनंद कांकरिया, तेजस कांकरिया, वंश कांकरिया, अंकुश कांकरिया, किरण ऋणवाल, निहित कांकरिया, दर्शित कांकरिया, प्रमोद कांकरिया, सुनील कांकरिया, प्रणव कांकरिया, पूजा बोथरा, दर्शन बोथरा, कुंजल बोथरा, संजय कांकरिया, खुशी कांकरिया, शीतल कांकरिया आदि अनेक का समावेश रहा.
* बडी कंपनी की जॉब छोड अपनाया वैराग्य
हितेश कांकरिया उच्च शिक्षित होने के साथ देश की अग्रणी कंपनी में काम कर रहे थे. वे प. पू. प्रणत मुनिजी के संपर्क में रहते. मुनिजी कांकरिया परिवार के रिश्तेदार थे. हितेश के संन्यास का मन बनाया और अनेक वर्षो तक वे घर में संत जैसा व्यतीत कर रहे थे. माता-पिता ने दीक्षा की आज्ञा प्रदान की. फिर आचार्य गुरूदेव श्री ने भी हितेश के दीक्षा के निवेदन को स्वीकार किया.