अमरावती

वरिष्ठ समाजसेवी और स्पष्ट वक्ता थे धनजी भाई

अमरावती/दि.1- अमरावती खंडेलवाल समाज के सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता धनजी भाई डंगायच सही मायनों में न केवल स्पष्ट वक्ता थे, बल्कि समाज हित में प्रत्येक कदम के हिमायती थे. अमरावती में अनेकानेक आयोजनों में उनका उत्साहपूर्ण सहभाग और योगदान सदैव स्मरण में रहेगा, ऐसा था. खंडेलवाल सेवा समिति के आप अध्यक्ष रहे, ऐसे ही प्रॉपर्टी ब्रोकर असो. के भी अध्यक्ष का पदभार बखूबी संभाला था. कोई भी सामाजिक, धार्मिक आयोजन हो, आप सक्रिय योगदान देते थे.
श्रीनाथ वाड़ी विकास समिति के अध्यक्ष रहते हुए आपने सड़क, पानी की व्यवस्था के लिए अथक प्रयास किये. जिसके कारण आज परिसर में सभी सुविधाएं उपलब्ध है. ऐसे ही बच्चों को शिक्षा संस्थानों में अल्पसंख्यक सुविधा का लाभ मिले, इसके लिए सदैव वे तत्पर रहे. आपके प्रयासों से अनेक छात्र इस सुविधा का लाभ लेकर उच्च शिक्षा में अग्रसर हुए हैं. अपने स्वभाव व धुन के पक्के माने जाते थे धनजी भाई. मेरा उनसे दादा-पोते का रिश्ता रहा. किन्तु वे मित्रवत व्यवहार और सहयोग करते थे. जैसा कि बताया धुन के पक्के थे. एक बार कोई कार्यक्रम लेने की ठान ले तो उसके नियोजन से लेकर उसे मूर्त रुप प्रदान करने तक,सफल बनाने में अपने आपको झोंक देते थे. सेवा समिति के अध्यक्ष पद पर रहते हुए आपने अ.भा. परिचय सम्मेलन का सफल आयोजन किया था. ऐसे ही खंडेलवाल समाज की तीन टेलीफोन डायरेक्टरी का समय-समय पर आपने प्रकाशन किया है. कृपालु महाराज सत्संग परिवार के आप सक्रिय सदस्य रहे.
समाज में कई लोग उनकी स्पष्टवादिता से नाराज भी होते थे. किन्तु धनजी भाई ने और उनके तीनों सुपुत्र विजय, अजय और संजय ने इस बात का सदैव ध्यान रखा कि संबंध नहीं बिगड़ने चाहिए. समाज में सभी को यह बात भलिभांति मालूम थी कि धनजी भाई जो बोल रहे हैं, उसमें समाज का ही भला है. इसलिए उनके अख्खड़ स्वभाव से लोगों ने पटरी बैठा ली थी. सीए आर.आर. खंडेलवाल अर्थात राजेंद्र खंडेलवाल के वे चाचाजी थे. तीन पुत्र के अलावा उनकी बेटी सीमा है. जो अभी अकोला निवासी है. अपने नाती-पोतों से भरपूर स्नेह रखने वाले धनजी भाई डंगायच को अमरावती खंडेलवाल समाज की तरफ से विनम्र श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं. आपके निधन से समाज ने एक वरिष्ठ मार्गदर्शक खो दिया है. ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को संबल प्रदान करें,यहीं प्रार्थना है.
– मनीष खंडेलवाल, अमरावती

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