धनतेरस पर बाजार में बरसा धन, अब लक्ष्मीपूजन की तैयारी
नागरिकों ने जमकर की खरीददारी, हर ओर रही जबर्दस्त भीडभाड
अमरावती/दि.3- करीब डेढ वर्ष तक कोविड की महामारी के चलते कडे प्रतिबंधों को झेलने के बाद अब कहीं जन-जीवन काफी हद तक सामान्य हुआ है. और लोगबाग अनलॉक की प्रक्रिया के तहत खुले में सांस ले रहे है. यहीं वजह रही कि, दीपावली पर्व पर एक बार फिर पहले की तरह रौनक दिखाई दे रही है और शहर सहित जिले के बाजारों में दीपावली पर्व से पहले अच्छी-खासी ग्राहकी व खरीददारी का माहौल रहा. इसके तहत गत रोज धनतेरस के मुहूर्त पर बाजार में रिकॉर्ड ब्रेक ग्राहकी हुई. ऐसे में कहा जा सकता है कि, दो वर्ष बाद एक बार फिर धनतेरस के मौके पर धनवर्षा हुई है. जिससे अब आर्थिक विकास के पहिया निश्चित तौर पर घुमेगा.
बता दें कि, विगत 7 अक्तूबर से राज्य सरकार ने प्रतिबंधात्मक नियमों को लगभग पूरी तरह से शिथिल कर दिया है. जिसके तहत धार्मिक स्थलों को खुलने की इजाजत दी गई और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के खुले रहने का समय बढाया गया. ऐसे में अब आम जनजीवन लगभग पहले की तरह सामान्य हो गया है और इस बार दशहरे व दीवाली के पर्व बिना किसी प्रतिबंध के साथ मनाये जा रहे है. साथ ही कोविड संक्रमण का खतरा घटने व संक्रमितों की संख्या कम होने के चलते लोगों के मन में भी अब महामारी को लेकर कोई भय नहीं रहा. ऐसे में लोगबाग भी दीपावली का पर्व मनाने हेतु काफी उल्हासित व उत्साहित है. जिसका सीधा असर शहर सहित जिले के व्यापारिक क्षेत्र पर भी दिखाई दे रहा है.
विगत कुछ दिनों से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में ग्राहकी का शानदार दौर चल रहा है. साथ ही धनतेरस के अवसर पर ग्राहकी अपने उच्चतम स्तर पर रही. वहीं लक्ष्मीपूजन के लिए महज एक दिन का समय शेष रहने के चलते बुधवार को भी चहुंओर जबर्दस्त भीडभडक्का देखा गया और पूरा दिन सभी प्रतिष्ठान ग्राहकों की भीडभाड से भरे रहे. इसमेें ज्यादातर खरीदारी बडे-छोटे वाहन, ज्वेलरी, इलेक्ट्रॉनिक गुड्स व बर्तन की हुई. सुबह दस बजे से ही लोग धनतेरस की खरीदारी करने बाजार पहुंचने लगे. जैसे-जैसे शाम ढलती गई, बाजार की रौनक बढती गई. शाम में शहर में मेले का माहौल हो गया. शहर के सराफा बाजार, जवाहर रोड, गांधी चौक, राजकमल चौक, जयस्तंभ चौक समेत अन्य इलाकों की दूकानों में खरीददारों का तांता लगा रहा. यह स्थिति देर रात तक रही. लोग अपने घरेलू प्रयोग में आने वाले बर्तनों की खरीदारी जमकर की. डिनर सेट, चम्मच सेट के अलावा थाली, ग्लास, कटोरा, प्लेट आदि के सेट खरीदते देखे गए. धनतेरस पर खरीदारी करने पहुंचे लोग बाजार से झाडू खरीदना नहीं भूल रहे थे. लोगों ने धनतेरस पर झाडू खरीदने की परंपरा का भी निर्वहन किया.
इसके साथ ही बुधवार को सडकों के किनारे लगी फूटकर दूकानों में लक्ष्मीपूजन के लिए लाही-बताशे व दीये सहित फल-फूल व कमलदल की खरीददारी चलती रही. साथ ही अब सभी लोग शाम के समय दीप पंक्तियां सजाते हुए दीपोत्सव पर्व के सबसे प्रमुख व महत्वपूर्ण पर्व लक्ष्मीपूजन की बडी आतूरता से प्रतीक्षा कर रहे है.