धर्माले परिवार ने अपना अन्नत्याग आंदोलन पीछे लिया
२६ जनवरी से नपा कार्यालय के सामने किया था आंदोलन | मामला बेलोरा रोड स्थित मटन शॉप का
चांदुर बाजार दि. २९ – अपने व्यवसाय के लिए धर्माले परिवार द्वारा नगरपालिका कार्यालय के सामने अन्नत्याग आंदोलन की शुरूआत २६ जनवरी को की गई थी. इस आंदोलन को खाटिक समाज परिवर्तन संगठना ने अपना समर्थन दिया था. धर्माले परिवार की स्थानीय भक्तिधाम रोड पर मटन की दुकान थी. जिसे नगरपालिका प्रशासन द्वारा परिसर नागरिको की शिकायत पर बंद करने के आदेश जारी किए गए है. लेकिन इस परिवार का मानना है कि सभी शिकायते झूठी है और नगर पिालका द्वारा जानबूझ कर उनका व्यवसाय बंद करवाया गया है. आंदोलनकर्ताओं ने बताया कि पालिका ने ही उन्हें व्यवसाय शुरू करने हेतु एनओेसी जारी किया था और खुद ही उसे रद्द कर दिया गया जिसके साथ ही इन्ही कारणों के कारण अन्न व औषधि प्रशासन ने भी फूड लायसेंस रद्द कर दिया.
लेकिन इस सारे मामले में पालिका के कर व प्रशासकीय अधिकारी राजू पठान ने आपकी सियासत को पूरी मालूमात दी थी. जो की आपकी सियासत कल के अंक में प्रकाशित कर चुका है, पठान द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पालिका प्रशासन ने केवल लायसेंस निकलने के लिए एनओसी जारी की थी. इसी मामले की गंभीरता से समझते हुए खाटीक समाज परिवर्तन संगठन के कुछ पदाधिकारी आज नगरपालिका कार्यालय पहुंचे व कर व प्रशासकीय अधिकारी पठान से बातचीत की, साथ ही नपा के राजू पठान, पूजा धर्माले व अन् य के साथ खाटिक समाज संगठना के पदधिकारियों ने धर्माले परिवार से बातचीत की, मामले की सच्चाई नजाकद समझते हुए बाद में धर्माले परिवार ने अपना अन्नत्याग आंदोलन खुद ही पीछे ले लिया ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है, साथ ही नगरपालिका प्रशासन की ओर से राजू पठान ने धर्माले परिवार को नपा की मटन मार्केट के लिए रखी गई जगह को प्रोसेस के आधार पर उपलब्ध करवाने की बात कही है.