
अमरावती/दि.22– 20 अप्रैल को ताजने सभागृह में विदर्भराज्य जनआंदोलन समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक वामनराव चटप की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में कर्जग्रस्त महाराष्ट्र में विदर्भ का विकास तो छोड़िए, किसानों की आत्महत्या तथा बेरोजगारी की समस्या से ग्रस्त प्रश्न, कुपोषित बालकों का प्रश्न हल नहीं हो सकता. राज्य महिलाध्यक्ष रंजना मामर्डे ने विदर्भ महाराष्ट्र में समाविष्ट किए जाने से लेकर अभी एक विदर्भ की लगातार लूट शुरू हमारी मांगे है. विदर्भ में कोयला, विद्युत, वन संपदा शोषण शुरू है. पश्चिम विदर्भ प्रमुख प्राचार्य डॉ. पी.आर. राजपूत ने सरकार की उच्च शिक्षा नीति को अत्यंत भयावह बताया.
पिछले दो दशकों से शिक्षक भर्ती लगभग बंद है. केवल ठेका और तासिका तत्व पर शिक्षकों की नियुक्ति कर निम्न वेतन पर नियुक्त शिक्षकों से काम निकाला जा रहा है. अनेक वर्षों से शाला, महाविद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं और उन्हें भी संगठित करके विदर्भ राज्य ही आप को न्याय दे सकेगा, उनमें ऐसा आत्मविश्वास जगाना होगा. आगामी 1 मई, महाराष्ट्र दिवस पर विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की ओर से विशाल धरना आंदोलन किया जाएगा.
इस बैठक में प्राध्यापक प्रकाश लड्डा, प्राचार्य अरविंद मांगले, जिलाध्यक्ष राजेंद्र आगरकर, सुषमा मुले, दिलीप भोयर, युवा आघाड़ी अध्यक्ष मुकेश मासुरकर, शरद पुसदकर, रियाज खान आदि ने अपने विचार व्यक्त किए. बैठक में अनुष्का बेलोलकर, अशोक हांडे, सुनील साबले, शरयू मेश्राम, डॉ. देविकास गणोरकर, राजाभाऊ पुसदकर, सतीश प्रेमलवार, पूर्व पुलिस उपअधीक्षक कमलताई, धनराज गोटे, ज्ञानेश्वर टिपरे, डॉ. नीलकंठ यावलकर, पांडुरंग बिजवे, पद्माकर धसकट, अरविंद राऊत, भारत ठाकरे, बालकृष्ण राऊत आदि सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे.