* पर्याप्त पानी के लिए टैंकर बढाये
धारणी/दि.10 – मेलघाट के आधे से अधिक गावों में भीषण जलकिल्लत का सामना करना पड रहा है. जिस पर जिला परिषद प्रशासन द्बारा जलापूर्ति योजना का नियोजन किया जा रहा है. चिखलदरा तहसील के खडीमल में जलकिल्लत की तीव्रता अधिक है. यहां पानी की उपलब्धता के लिए 10 हजार लिटर क्षमता के टैंकर शुरु किये गये है. जल्द ही गांव में कायम जलापूर्ति योजना शुरु की जाएंगी. ऐसी जानकारी जिप मुख्याधिकारी अविश्यांत पंडा ने दी. अविश्यांत पंडा ने बुधवार को खडीमल गांव को भेट देकर भीषण जलकिल्लत की समस्या जानी व इस समस्या का तुरंत समाधान का आश्वासन भी दिया.
चिखलदरा तहसील का खडीमल यह गांव 1200 लोग संख्या वाला गांव है. नवलगांव व खडीमल इन दोनों गांवों को नवलगांव से जलापूर्ति होती है. ग्रीष्मकाल में जलापूर्ति योजना के कुएं का पानी कम पडने से ग्रीष्मकाल में केवल नवलगांव को जलापूर्ति की जाती है. जिससे खडीमल गांव में टैंकर से पानी भेजना पडता है. खडीमल गांव में 28 मई से टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है. गांव में आने वाला टैंकर गांव के कुएं में खाली किया जाता है. जिसके बाद एक ही समय पर पूरा गांव पानी भरने के लिए उमडता है. पहले गांव मेें 5 हजार लिटर का टैंकर भेजा जाता था. लेकिन अब 7 जून से 10 हजार लिटर के 2 टैंकर से 2 कुएं में पानी भरा जा रहा है. जलजिवन मिशन अंतर्गत इस गांव के लिए 80 लाख रुपए निधि से कायम जलापूर्ति योजना मंजूर है. लेकिन इस योजना का काम सिपना वन्यजीव क्षेत्र में आता है. जिससे वनविभाग की अनुमति जरुरी है. यह अनुमति प्राप्त करने के लिए वन विभाग से पत्राचार शुरु है. संबंधित अनुमति प्राप्त होते ही जलापूर्ति योजना का काम शुरु हो जाएंगा, ऐसी जानकारी भी जिप सीईओ अविश्यांत पंडा ने दी.
* जान जोखिम में डालकर भरते है पानी
खडीमल गांव के लोग पानी भरने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते है. गांव में टैंकर पहुंचते ही टैंकर का पानी कुएं में छोडा जाता है. जिसके बाद पानी भरने के लिए असंख्य महिलाएं, बच्चे कुएं की ओर दौड लगाकर जल्द से जल्द पानी प्राप्त करने की होड लगाते है. सैकडों लोग एक साथ कुएं पर पानी भरने के लिए पहुंचते है, जिससे किसी अनहोनी का डर बना रहता है. उसी प्रकार दूषित पानी की आपूर्ति के कारण लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है. कई बच्चों को दूषित पानी के कारण परेशानियां हो रही है.