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धीरज लिंगाडे अमरावती के नये स्नातक विधायक

40 वर्ष बाद कांग्रेस ने रचा इतिहास, अमरावती विप सीट पर ‘पंजा’

* 46330 वोट लेकर 3368 की लीड से जीता चुनाव
* 32 घंटे तक चली मतगणना के बाद नतीजा घोषित
* लिंगाडे ने शुरुआत से ही बना रखी थी बढत
* गिनती खत्म होने तक लिंगाडे की लीड नहीं घटी
* कांग्रेस व मविआ में जल्लोषपूर्ण वातावरण
अमरावती/दि.3 – विधान परिषद सीट हेतु विगत 30 जनवरी को अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में कराए गए चुनाव की मतगणना कल 2 फरवरी को शुरु हुई. जो 32 घंटे तक चलने के उपरान्त आज 3 फरवरी की दोपहर 2 बजे के आसपास खत्म हुई. पहली व दूसरी पसंद के वोटों की गिनती के बाद महाविकास आघाडी की ओर से प्रत्याशी बनाए गए कांग्रेस उम्मीदवार धीरज लिंगाडे ने 46330 वोट लेकर 3368 वोटों की लीड से इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की. इसके साथ ही धीरज लिंगाडे ने अमरावती विधान परिषद की सीट पर विगत 40 वर्षों में पहली बार कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज करते हुए इतिहास रच दिया. जिसके चलते कांग्रेस पार्टी के नेताओं, पदाधिकारियों व आम कार्यकर्ताओं ने धीरज लिंगाडे की जीत का अच्छा खासा जश्न देखा गया. साथ ही दूसरी पसंद के वोटों की गिनती खत्म होने के बाद नतीजा स्पष्ट होते ही अपनी जीत से अभिभूत धीरज लिंगाडे ने संभाग के सभी स्नातक मतदाताओं के प्रति आभार ज्ञापित किया. साथ ही उन्हें यह आश्वासन भी दिया कि, उन्होंने जिन मुद्दों पर स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद का चुनाव लडा था. अब वे उन सभी मुद्दों को लेकर विधान परिषद में प्रभावी तरीके से काम करेंगे.
बता दें कि, अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव की मतगणना कल 2 फरवरी की सुबह 8 बजे से शुुरु हुई. जिसमें शुरुआत से ही कांग्रेस प्रत्याशी धीरज लिंगाडे ने अपनी बढत बनाकर रखी. देर शाम पहली पसंद के वोटों की गिनती पूरी होने के बाद अवैध करार दिए गए वोटों पर आपत्ति दर्ज करते हुए भाजपा प्रत्याशी डॉ. रणजीत पाटील ने पुनर्मतगणना की मांग की और अवैध वोटों की दोबारा गिनती करने के साथ ही जीत हेतु आवश्यक वोटों का कोटा तय करते हुए दूसरी पसंद के वोटों की गिनती शुरु की गई. कल रात 12 बजे से शुरु हुई दूसरी पसंद के वोटों की गिनती आज दोपहर 2 बजे तक चलती रही और एलिनिमेशन राउंड में एक-एक कर 21 प्रत्याशियों को रेस से बाहर करते हुए उनकी मतपत्रिकाओं में मिले दूसरी पसंद के वोटों की गिनती करनी शुरु की गई. इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहने वाले 21 वें प्रत्याशी अनिल अमलकार के चुनावी मैदान से बाद होने पर महाविकास आघाडी प्रत्याशी धीरज लिंगाडे को 46344 तथा भाजपा प्रत्याशी डॉ. रणजीत पाटील को 42962 वोट प्राप्त हुए थे. जिसके चलते मविआ प्रत्याशी धीरज लिंगाडे 3382 वोटों की लीड लेकर आगे थे. यद्यपि इस समय निर्वाचन निर्णय अधिकारी द्बारा जीत हेतु आवश्यक निर्धारित कोटे से लिंगाडे को 757 वोट कम रहे, लेकिन मैदान में 2 ही प्रत्याशी शेष रहने तथा धीरज लिंगाडे के पहले स्थान पर रहने के चलते मतगणना को रोककर मतगणना से संबंधित जानकारी को अंतिम मान्यता के लिए निर्वाचन आयोग के पास भेंट दिया गया. ताकि चुनावी नतीजे और लिंगाडे की जीत को लेकर अंतिम निर्णय घोषित किया जाए. इसके साथ ही अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी धीरज लिंगाडे की जीत स्पष्ट हो गई. जिसके चलते कांग्रेस पार्टी के समर्थकोें ने जीत का जश्न मनाना शुुरु कर दिया.
* हैट्रीक से चुके रणजीत पाटील
उल्लेखनीय है कि, अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में धीरज लिंगाडे पूरी तरह से नये नवेले प्रत्याशी थे. वहीं भाजपा प्रत्याशी डॉ. रणजीत पाटील इससे पहले लगातार 2 बार विधान परिषद का चुनाव जीत कर स्नातक विधायक निर्वाचित हुए थे. ऐसे में यदि वे इस बार भी चुनाव जीतते, तो हैट्रीक साध सकते थे, लेकिन डॉ. रणजीत पाटिल ऐसा करने से चूक गए. ज्ञात रहे कि, डॉ. रणजीत पाटिल को राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बेहद करीबी सहयोगी माना जाता है और इससे पहले राज्य का मुख्यमंत्री रहते समय देवेंद्र फडणवीस ने रणजीत पाटील को पूर्व राज्यमंत्री जैसा महत्वपूर्ण पद दिया था. साथ ही यह भी माना जा रहा था कि, अगर इस बार भी रणजीत पाटिल चुनाव जीत जाते, तो उन्हें शिंदे-फडणवीस सरकार में निश्चित तौर पर कोई महत्वपूर्ण महकमा मिल सकता था. लेकिन 2 बार के विधायक रणजीत पाटील को नये नवेले प्रत्याशी धीरज लिंगाडे के हाथों हार का सामना करना पडा.

* दोनों के लिए प्रतिष्ठापूर्ण थी लडाई
भाजपा प्रत्याशी रणजीत पाटिल को लगातार तीसरी बार अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद में भिजवाने हेतु उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा भाजपा शहराध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. वहीं दूसरी ओर 40 वर्ष के इतिहास में पहली बार कांगे्रस के हिस्से में आयी अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की सीट पर कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी बनाए गए धीरज लिंगाडे को विजयी बनाने के साथ ही इतिहास रचने के लिए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने भी बडे सुनियोजित ढंग से तमाम नियोजन किए. ऐसे में अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव दोनों प्रमुख प्रतिद्बंदियों के लिए प्रतिष्ठापूर्ण हो गया था. जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी धीरज लिंगाडे ने पहली व दूसरी पसंद के सर्वाधिक वोट हासिल करते हुए जीत दर्ज की. माना जा रहा है कि, भाजपा द्बारा पुरानी पेंशन योजना की अनदेखी करना पार्टी प्रत्याशी के लिए भारी पड गया और इसका सीधा फायदा कांग्रेस प्रत्याशी को मिला.

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