स्नातकों व संभाग के लिए धीरज लिंगाडे ही सही प्रत्याशी
प्रचार बैठक में बोले राकांपा महासचिव संजय खोडके
अमरावती/ दि.20 – अमरावती संभाग के स्नातकों के हितों के साथ-साथ संभाग के विकास हेतु महाविकास आघाडी की ओर से प्रत्याशी बनाए गए धीरज लिंगाडे ही सही व्यक्ति है. अत: संभाग के सभी स्नातक मतदाताओं ने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुनते हुए विधान परिषद में भेज देना चाहिए. ताकि स्नातकों की समस्याएं हल होने के साथ-साथ संभाग के विकास गति मिले, इस आशय का प्रतिपादन राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके व्दारा किया गया.
गत रोज शेगांव नाका परिसर स्थित अभियंता भवन में राकांपा की ओर से महाविकास आघाडी प्रत्याशी धीरज लिंगाडे के प्रचार हेतु स्नातक सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता करते हुए संजय खोडके ने उपरोक्त प्रतिपादन किया. साथ ही कहा कि, महाविकास आघाडी का घटक दल होने के नाते राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व्दारा धीरज लिंगाडे की जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी जाएगी और हम अपनी और से कोई कोर कसर नहीं छोडेंगे.
इस स्नातक सम्मेलन में स्नातक चुनाव प्रत्याशी धीरज लिंगाडे, राकांपा के शहर अध्यक्ष प्रशांत डवरे, राकांपा शिक्षक संघ के कार्याध्यक्ष प्रा. डॉ. प्रफुल राउत, प्रा. हेमंत देशमुख, पूर्व महापौर एड. किशोर शेलके, राज्य शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिलीप कडू, आईटीआई निदेशक संगठन के प्रदेश महासचिव भोजराज काले, सेवानिवृत्त शिक्षा सहसंचालक डॉ. भोजराज चौधरी, मुख्याध्यापक संगठन के अध्यक्ष ललित चौधरी, प्रा. सना उलाह खान, राकांपा के प्रदेश पदाधिकारी डॉ. गणेश खारकर, पुरानी पेंशन संगठन के अध्यक्ष जीतेश खांडकर, राज्य उपाध्यक्ष नामदेव मेटांगे, अल्पसंख्यक विभाग के शहर अध्यक्ष वहीद खान, उर्दू टिचर्स एसो. के विभागीय अध्यक्ष गाजी जाहेरोश, पृथ्वीराज राउत, दिलीप इंदुरकर, राकांपा डॉक्टर सेल के शहराध्यक्ष डॉ. राजेंद्र दालू तथा राज्य कर्मचारी संगठन के अशोक हजारे प्रमुख रुप से उपस्थित थे.
इस समय अपने संबोधन में संजय खोडके ने इस बार खुद स्नातक चुनाव नहीं लडने की वजह बताते हुए कहा कि, पिछली बार स्नातक चुनाव व मनपा चुनाव लगभग एकसाथ आये थे. जिसके कारण मनपा चुनाव की ओर सही तरीके से ध्यान नहीं दिया जा सका. इस बार भी लगभग वैसे ही स्थिति बनती दिखाई दे रही थी, ऐसे में उन्होंने काफी पहले ही स्नातक चुनाव नहीं लडने का फैसला कर लिया था. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, पिछली बार भले ही उन्हें कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारी दी थी, लेकिन माणिकराव ठाकरे को छोडकर कांग्रेस के किसी भी नेता या पदाधिकारी ने उन्हें चुनाव में प्रत्यक्ष सहयोग नहीं किया. ऐसे में उन्हें पहले ही यह अंदाजा हो गया था कि, उनकी जीत मुश्किल है, लेकिन कार्यकर्ताओं का उत्साह बनाए रखने हेतु वे अंतिम समय तक सक्रीय बने रहे. वहीं मौजूदा स्थिति के बारे में संजय खोडके ने कहा कि, उनके मुताबिक इस बार करीब 30 हजार स्नातकों का पंजीयन नहीं हो पाया, यह जानकारी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले को देने के साथ ही उन्होंने ही महाविकास आघाडी प्रत्याशी के तौर पर धीरज लिंगाडे का नाम सुझाया था. लेकिन कांग्रेस को इस निर्वाचन क्षेत्र में प्रत्याशी तय करने का फैसला लेने में काफी लंबा समय लग गया. ऐसे में चुकि अब चुनाव प्रचार के लिए काफी कम समय बचा हुआ है. अत: आघाडी में शामिल सभी घटक दलों के पदाधिकारियों, नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अपने प्रत्याशी की जीत हेतु जीन-जान से काम में जुट जाना चाहिए.
‘एक ही मिशन, पुरानी पेंशन’ का ध्येय लेकर करुंगा काम
इस बैठक में अपने विचार व्यक्त करते हुए महाविकास आघाडी के प्रत्याशी धीरज लिंगाडे ने कहा कि, जिस समय वे विधायक पद की शपथ लेंगे तब अपने सिर पर ‘एक ही मिशन, पुरानी पेंशन’ लिखी हुई टोपी धारण करेंगे और जब तक पुरानी पेंशन योजना लागू नहीं होगी, तब तक वे खुद भी विधायक को मिलने वाली पेंशन का लाभ नहीं लेंगे. इसके अलावा वाशिम अथवा अकोला में संगाबा अमरावती विद्यापीठ का उपकेंंद्र खोलने का भी वे पूरा प्रयास करेंगे और विदर्भ के पिछडेपन को दूर करते हुए यहां पर रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराने का काम किया जाएगा. इस कार्यक्रम में संचालन डॉ. संदीप जुनघरे व आभार प्रदर्शन एड. किशोर शेलके ने किया. सम्मेलन में अमरावती शहर सहित जिले के राकांपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे.