अमरावती

अचलपुर नप के धीरजकुमार गोहाड बने नए मुख्याधिकारी

शहर की पेयजल, घनकचरा समेत अनेक समस्या रहेगी चुनौती

अचलपुर/दि.9- अचलपुर अ वर्ग नगर परिषद के मुख्याधिकारी राजेंद्र फातले का तबादला किया गया. उनके स्थान पर दारव्हा नप से धीरजकुमार गोहाड को नियुक्त किया गया. नए मुख्याधिकारी धीरजकुमार गोहाड ने अचलपुर नगर परिषद में मुख्याधिकारी का पद संभाला है.
मुख्याधिकारी राजेंद्र फातले के सामने कई समस्याएं थी जो आज भी बनी हुई है. मुख्याधिकारी राजेंद्र फातले वैसे भी कार्यालय में कम रहने से चर्चाओं में बने रहेत थे. अब नए मुख्याधिकारी धीरजकुमार गोहाड के सामने अचलपुर-परतवाड़ा शहर की म्ुख्य समस्याएं होंगी. जल किल्लत बड़ी समस्या है. अमृत योजना का अनुदान मिला, लेकिन आज भी लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. वहीं घनकचरा, अतिक्रमण, शहर का विकास, स्ट्रीट लाईट, सड़क-नाली जैसी समस्याएं बनी हुई है. दो वर्षों से नगर परिषद में वार्ड सेवक नहीं, नगराध्यक्ष नहीं, ऐसे में वार्डों की समस्या बढ़ चुकी है. इन सब के बीच मुख्याधिकारी धीरज कुमार गोहाड इन समस्याओं से नागरिकों को कितना राहत दिलाते हैं, यह देखने वाली बात है.
बता दें कि जुड़वा शहर में कई नई इमारतें खड़ी हुई, लेकिन उनका टैक्स नहीं, वहीं अतिक्रमण करने वाले लोगों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. जबकि जो रोजगार अपनी रोजी रोटी जिस व्यापार से करते हैं, उनका रोजगार छीन गया. लेकिन दबंगई करने वाले अतिक्रमणकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. यह मामला भी मुख्याधिकारी के सामने होगा. नगर परिषदकी मिल्कियत वाली जमीन को हड़पा गया, उस पर भी राजनीतिक और दबंगई के कारण कुछ नहीं किया गया. साथ ही दलित बस्ती सुधार की निधि में भ्रष्टाचार जैसा मुद्दा भी अहम रहेगा. इन समस्याओं को हल करने में मुख्याधिकारी की क्या भूमिका निभाते हैं, इस ओर सभी की निगाहें टिकी है.

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