अमरावती

जिले में धुआंधार-मूसलाधार

हर ओर बस पानी ही पानी

* कई नदी नालों में आयी बाढ
* रिहायशी इलाकों में जलजमाव
अमरावती/दि.12 – बारिश के जारी मौसम दौरान गत रोज अमरावती जिले में पहली बार धुआंधार और मूसलाधार बारिश हुई. जिसके चलते सभी नदी-नालों में मानों बाढ आ गई है और नदी-नालों में पानी अपने पूरे उफान के साथ बह रहा है. साथ ही कई स्थानों पर नदी-नालों पर बने पुलों के उपर से बाढ का पानी बहने के चलते आवागमन बाधित हुआ. इसके अलावा रिहायशी इलाकों में भी हर ओर जलजमाव वाली स्थिति दिखाई दे रही है. जहां एक ओर अमरावती जिले में सर्वत्र मानसून की झमाझम है. वहीं यवतमाल व वर्धा सहित पूर्वी विदर्भ के नागपुर, चंद्रपुर, गोंदिया व भंडारा जिलों में अब भी दमदार बारिश की प्रतीक्षा है.
अमरावती जिले की चांदूर बाजार तहसील में करजगांव मार्ग पर शिरजगांव के निकट नाले में भारी बाढ आयी हुई है. साथ ही कुर्‍हा (देशमुख) स्थित पुल के उपर से बाढ का पानी बह रहा है. जिसकी वजह से करजगांव, कुर्‍हा, लाखनवाडी व कोंडवर्धा गांवों का संपर्क टूट गया है. मंगलवार की सुबह से झमाझम बारिश शुरु हो गई. इस बारिश के कारण शेंदुरजनाघाट के नाले में बाढ आ गई और तिवसाघाट, शेंंदुरजनाघाट गांव का यातायात ठप हो गया था. इसके अलावा देवना और जीवना नदी में बाढ आने से नदी के तट पर रहनेवाले लोगों को प्रशासन की तरफ से सतर्कता की चेतावनी दी गई. वरुड की चूडामन नदी उफान पर थी. नदी का पानी खेतों में घुस गया था. जिले में बारिश से तीन मकानों को क्षति पहुंची. इसके अलावा हाल ही में खेतों में बुआई होने के बाद जलजमाव होने से किसानों का नुकसान हुआ है. पिछले 24 घंटों में जिले में औसतन 12.3 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है.
* दस दिन में 100 फीसद बारिश
जून माह में 39 प्रतिशत बारिश रिकॉर्ड होने से अमरावती जिले के किसान चिंतित हो गए थे. लेकिन जुलाई माह के दस दिनों में संतोषजनक बारिश हुई है. जुलाई में 89.5 मिमी बारिश होने की संभावना दर्याशी गई थी. 10 जुलाई तक जिले में 86 मिमी बारिश हुई है. जिसका प्रतिशत 97.1 है. मंगलवार 11 जुलाई को सुबह से बारिश की शुरुआत हो गई. इस कारण यहा आंकडेवारी 100 फीसद से अधिक पहुंचने की संभावना है.
* 68 प्रतिशत बुआई पूर्ण
जिले में अब तक हुई बारिश के कारण 68 फीसद बुआई पूर्ण हो गई है. इसमें मोर्शी तहसील में 103 तथा धामणगांव रेलवे तहसील में 97 फीसद बुआई पूर्ण हुई है. सबसे कम 32 प्रतिशत बुआई दर्यापुर तहसील में हुई है. जिले में अब तक 4 लाख 78 हजार 9 हेक्टेयर क्षेत्र की बुआई हो गई है. रविवार से शुरु रही बारिश के कारण किसानों ने समाधान व्यक्त किया है.
* चांदूर बाजार तहसील में बारिश का कहर
चांदूर बाजार के हमारे संवाददाता माजीद इकबाल के मुताबिक सोमवार मध्यरात्री से तहसील में शुरु हुई मूसलाधार बारिश के कारण सभी नदी-नाले लबालब हो गए है. तहसील के माधान मार्ग पर स्थित नाला उफान पर है. इस कारण अनेक गांव का संपर्क टूटने से यातायात कुछ समय के लिए ठप हो गया था. तहसील में आनेवाले पूर्णा मध्यम प्रकल्प पानलोट क्षेत्र में धूआंधार बारिश शुरु है. जिससे बांध का जलस्तर बढता जा रहा है. आगामी 3 दिनों तक भारी वर्षा होने की संभावना मौसम विभाग व्दारा दर्याशी गई है. इस कारण नदी के तट पर रहनेवाले ग्रामवासियों को सतर्कता की चेतावनी मध्यम प्रकल्प की तरफ से दी गई है.
* काजली के किसान की कपास की फसल बही
चांदूर बाजार तहसील में मूसलाधार बारिश शुरु रहने से मंगलवार को काजली के छोटू देशमुख नामक किसान के 12 एकड खेत में पानी घुस गया और फसलों को भारी नुकसान पहुंचा. खेत की कपास की फसल पूरी तरह बह गई. इस किसान पर अब दुबारा बुआई का संकट आ गया है. तहसील के अनेक इलाकों में संतरा, सोयाबीन, तुअर, कपास की फसलें बारिश के पानी से नष्ट होना श्ाुरु हो गई है, जिससे किसान चिंतित हैं. राजस्व व कृषि विभाग व्दारा नुकसानग्रस्त इलाके का जायजा कर पंचनामा कर निधि उपलब्ध करने की मांग तहसील के किसानों व्दारा शुरु हो गई है.
* पूर्णा प्रकल्प से कल पानी छोडा जाएगा
विश्रोली संपत्ति व्यवस्थापन उपविभाग के अभियंता ने चांदूर बाजार तहसील के पूर्णा मध्यम प्रकल्प तथा नदी के तट पर रहनेवाले लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि पिछले दो दिनों से तहसील में मूसलाधार बारिश शुरु रहने से पूर्णा मध्यम प्रकल्प का जलस्तर लगातार बढता जा रहा है. इस बांध में 17.69 दलघमी जल संचित है. जबकि उसे 17.24 दलघमी तक नियंत्रित रखना अपेक्षित है. इस कारण गुरुवार 13 जुलाई को इस बांध से पूर्णा नदी में पानी छोडा जानेवाला है. इस कारण नदी किनारे रहनेवाले ग्रामवासी तथा मछुआरों को नदी में जाने से रोकने तथा सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है.
* यवतमाल जिले में किसान चिंतित
यवतमाल जिले में मानसून का आगमन एक माह देरी से होने के कारण 30 फीसद पानी की कमी है. अभी भी संतोषजनक बारिश न होने से जिले के किसान चिंतित है. सोमवार मध्य रात्री से रिमझिम बारिश की श्ाुरुआत हो गई. मंगलवार को भी पूरा दिन बारिश शुरु थी. प्रकल्पों का जलस्तर बढने के लिए मूसलाधार बारिश की सभी को प्रतीक्षा है. जिले में मंगलवार तक औसतन 108 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है. सर्वाधिक 135 मिमी बारिश आर्णी तहसील में तथा सबसे कम 86 मिमी बारिश दारव्हा तहसील में हुई है.
* वर्धा में झमाझम बारिश
वर्धा जिले की 8 तहसील में मंगलवार की शाम से जोरदार बारिश शुरु हो गई. बुधवार को दोपहर तक बारिश शुरु थी. इस कारण किसानों समेत नागरिकों ने राहत की सांस ली है. पिछले 24 घंटे में वर्धा जिले में करीबन 144 मिमी बारिश होने का अनुमान जिला प्रशासन के अधिकारियों ने दर्शाया है.
* गडचिरोली में भी रिमझिम बारिश
गडचिरोली जिले में पिछले वर्ष की तुलना में औसतन कम बारिश हुई है. तीन राजस्व मंडल में मूसलाधार बारिश दर्ज हुई है. जिले में 10 जुलाई को मूलचेरा तहसील में सर्वाधिक 79.7 मिमी बारिश दर्ज हुई है. सिरोंचा में 50.6, भामरागढ में 41.1 तथा सबसे कम 17.2 मिमी बारिश एटापल्ली तहसील में हुई है. पेंटीपाका तहसील में 83.2 तथा कुनघाड मंडल में 66.00 मिमी बारिश हुई. धान की फसलों के लिए जोरदार बारिश की प्रतीक्षा है. अनेक स्थानों पर अभी भी दुबारा बुआई का संकट दिखाई दे रहा है.
* गोंदिया में वैनगंगा उफान पर
गोंदिया जिले में मूसलाधार बारिश लगातार जारी है. वैनगंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ रहा है. इस कारण सतर्कता के दृष्टि से सालेकसा तहसील के पुजारीटोला बांध के दो दरवाजे मंगलवार की शाम 0.30 मीटर खोल दिए गए हैं. बांध से पानी छोडने के कारण नदी के तट पर स्थित गांव को सतर्कता की चेतावनी दी गई है.

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