प्लॉस्टिक की बॉटल का पानी पीते ही मधुमेह एवं पेट के विकार बढ सकते है
स्टील अथवा फूड ग्रेड बर्तन का उपयोग करें पानी रखने के लिए
अमरावती/ दि. 26- प्लॉस्टिक बॉटल का बार बार उपयोग पानी पीने के लिए करना शरीर के लिए घातक है. यह विभिन्न प्रकार की बीमारियों को आमंत्रित करनेवाली है. एक बार ली गई बॉटल का उपयोग केवल एक बार ही किया जाए. बार-बार एक ही बॉटल में पानी डालकर पीने से पेट की बीमारियां हो सकती है. स्टील की अथवा फुड ग्रेड बॉटल का पानी पीने के लिए उपयोग करें, ऐसी सलाह विशेषज्ञों ने दी है.
प्लॉस्टिक की बॉटल में रखे गए पानी में प्लास्टिक के कुछ घटक घुलते है. यह पानी पीने से शरीर के अलग-अलग अवयवों को बाधा पहुंचती है. साधारण तौर पर इस अवयव का शरीर में जो कार्य होता है.उस कार्य में अडचन आने से प्रतिकारक शक्ति कम होती है.
प्लास्टिक की बॉटल का उपयोग एक बार ही किया जाए
पानी की बॉटल लेने के बाद उसका उपयोग एक बार के लिए ही होना चाहिए. उसके बाद उसमें पानी डालकर उसका उपयोग न किया जाए. पानी ठंडा अथवा गरम करके बाटल में उपयोग न करें.
क्या है खतरा
प्लॉस्टिक की बॉटल से बीमारी होने से शासन ने उस पर प्रतिबंध लगा दिया है. प्लॉस्टिक के घटक शरीर में पानी से, भोजन से जाने के कारण अवयव के काम कम हो रहे है.
इधर ध्यान दे विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं
प्रतिकारक शक्ति कम होती जिसके कारण आनुवंशिक रहनेवाली बीमारी भी जन्म लेती है. किडनी, पेट, लीवर यह सभी शारीरिक ऑर्गन के नॉर्मल रूप में बाधा आ सकती है.
डॉ. समीर जोशी
प्लास्टिक बॉटल का उपयोग के बाद फेंकने के बाद वे फिर उपयोग में आती है. यह पर्यावरण और शारीरिक स्वास्थ्य की दृष्टि से घातक है. जिसके कारण सावधानी बरतना जरूरी है.
डॉ. अनिकेत गोंडाणे