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भाजपा कार्यकर्ताओं का संवाद, विधानसभा में नहीं चाहिए राणा

बडनेरा में पार्टी निष्ठावान को दें उम्मीदवारी

अमरावती/दि. 11 – बडनेरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में सामान्य जनता विधायक रवि राणा से खफा है. इसलिए इस निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा ही महायुति से विधानसभा लडे. स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता को उम्मीदवारी देने पर उसे विजयी बनाने की जिम्मेदारी हमारी होगी, इस आशय का संवाद भाजपा बडनेरा मंडल की बैठक में होने के समाचार है. यह बैठक मंगलवार को होने की जानकारी देते हुए बताया गया कि, वरिष्ठ नेता तथा पूर्व महापौर किरण महल्ले पार्टी निरीक्षक के रुप में मौजूद थी.
* लोकसभा में रखा पार्टी नेतृत्व का मान
बडनेरा मंडल के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र ढोबले के साथ ही बडी संख्या में पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता सहभागी होने का दावा किया गया. कार्यकर्ताओं ने समाचार के अनुसार राणा को लेकर अपनी तीव्र भावनाएं व्यक्त की. उन्होंने कहा कि, लोकसभा चुनाव में पार्टी नेतृत्व का मान रखा. नरेंद्र मोदीजी को पुन: प्रधानमंत्री बनाने प्रामाणिक रुप से काम किया. अब भाजपा कार्यकर्ता उपर से दिया गया उम्मीदवार स्वीकार नहीं करेंगे.
* पार्टी के पास सक्षम उम्मीदवार
बैठक में कार्यकर्ताओं ने बडनेरा क्षेत्र में पार्टी के पास तुषार भारतीय, जयंत डेहनकर और अन्य अनेक सक्षम उम्मीदवार होने का दावा किया. इन कार्यकर्ताओं की तीन-तीन पीढियां यहां कार्यरत होने का दावा किया गया. यह सभी लोग भाजपा की विचारधारा से प्रेरित है. भाजपा सक्षम नेतृत्व दे सकती है. यह भी कहा कि, नवनीत राणा ने लोकसभा के तीन चुनाव लडे. उनके यजमान रवि राणा बडनेरा के विधायक रहने पर भी गत दो चुनाव में वे बडनेरा क्षेत्र में पिछड गई थी. इस बार भाजपा का संबंध रहने से उन्हें बडनेरा में उल्लेखनीय मताधिक्य प्राप्त हुआ था. यह भाजपा के कारण संभव होने का दावा कार्यकर्ताओं ने किया.
* राणा को हराएंगे
खबर है कि, कार्यकर्ताओं ने कहा कि, पार्टी के पास ही समर्थ चेहरे होने से वे राणा के दरबार में मुजरा करने नहीं जाएंगे. उपरोक्त नेताओं में से किसी को भी प्रत्याशी बनाए जाने पर राणा को हराकर भाजपा उम्मीदवार विजयी करने का दावा किया. कार्यकर्ताओं की भावनाओं की अनदेखी करने पर लोकसभा चुनाव से बडा सेटबैक बैठने की धमकी भी कार्यकर्ताओं ने पार्टी को देने का दावा किया जा रहा है. बैठक में राणा को लेकर विरोध का स्वर अति तीव्र रहने की जानकारी सूत्रों ने दी. उन्होंने कहा कि, लोकसभा चुनाव के समय ऐन समय पर नवनीत राणा को उम्मीदवारी दी गई थी. अभी तो विधानसभा चुनाव की दृष्टि से पार्टी के पास अपना समर्थ सक्षम उम्मीदवार चुनने का भरपूर समय भी है.

* राणा 10 साल से भाजपा के साथ!
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा नेताओं द्वारा लोकसभा चुनाव के समय भी इस प्रकार का विरोध किया गया था. पहली बार ऐसा हुआ था कि, भाजपा का डेप्यूटेशन प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से जाकर मिल आया था. नवनीत राणा को उम्मीदवारी देने पर विरोध की भाषा की गई थी. स्थानीय नेताओ के पास कोई सक्षम उम्मीदवार तैयार नहीं रहने की बात कहकर राणा को ही उम्मीदवारी दी गई थी. कहा गया था कि, राणा का विरोध मैन्युकुलेट था. जबकि नवनीत राणा को लोकसभा चुनाव में भाजपा या युति की उम्मीदवारी मिलेगी, यह बात दो-ढाई वर्षो से सभी को मालूम थी. पदाधिकारी आपस में अनेक अवसरो पर यह चर्चा कर चुके थे, फिर भी विरोध किया. जबकि राणा न केवल अमरावती की उम्मीदवारी मिली बल्कि पहली बार लोकसभा में कमल निशानी का प्रत्याशी रहा. राणा को उम्मीदवारी देने के साथ नामांकन के अंतिम दिन सुप्रीम कोर्ट का निर्णय भी आ गया. नवनीत राणा गत पांच वर्षो में भाजपा के साथ रही. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को समर्थन किया. जबकि भाजपा राणा का विरोध कर रही है. भाजपा के पदाधिकारी राणा को टिकट न देने का आग्रह कर रहे है. जबकि विधायक राणा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का पिछले 10 वर्षो से प्रत्येक मोर्चे पर साथ, समर्थन दे रहे हैं. फिर वह राज्यसभा का चुनाव हो या विधान परिषद का. इसी प्रकार मविआ की उद्धव ठाकरे के नेतृत्ववाली सरकार से पहला पंगा भी रवि राणा ने ही हनुमान चालीसा पाठ के साथ लिया था. राणा गत रात भाजपा विधायक दल की मुंबई में हुई बैठक में मंच पर विराजमान थे. वे प्रदेश में आज भी भाजपा के सबसे बडे नेता फडणवीस के करीबी बने हुए हैं. स्मरण करा दे कि, पिछले विधानसभा चुनाव में शिवसेना के साथ युति के बावजूद फडणवीस मन ही मन बडनेरा क्षेत्र में रवि राणा की उम्मीदवारी के समर्थन में थे. फडणवीस समर्थकों ने उस इलेक्शन में भी शिवसेना प्रीति बंड की बजाए राणा का साथ, समर्थन किया था. लोकसभा चुनाव के प्रतिकूल परिणाम के बावजूद रवि राणा ने अपने युवा स्वाभिमान संगठन को एनडीए का हिस्सा बताकर बडनेरा से स्वाभिमान के पाना चुनाव निशानी पर चुनाव लडने की घोषणा कर रखी है.

* कार्यकर्ताओं की भावनाएं वरिष्ठों तक पहुंचाएंगे
इस बारे में अमरावती मंडल ने पार्टी निरीक्षक किरणताई महल्ले से बात की तो उन्होंने बताया कि, राज्य के अर्थसंकल्प में किए गए प्रस्ताव लोगों तक पहुंचाने, राष्ट्रपति अभिभाषण और कार्यकर्ता संवाद ऐसे तीन विषय को लेकर बैठक थी. जिसमें कार्यकर्ताओं ने तीव्र भावनाएं व्यक्त की. उनकी भावनाएं वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचाने का प्रयास करुंगी. महल्ले ने बताया कि, भाजपा नेता जयंत डेहनकर और बडनेरा मंडल के सभी पदाधिकारी उपस्थित थे. उन्होंने बताया कि, पूरे राज्य में पार्टी द्वारा तय कार्यक्रम के अनुसार यह बैठके आयोजित हो रही है. उनके पास बडनेरा के अलावा शिराला की बैठक का भी जिम्मा था. महल्ले ने कहा कि, कार्यकर्ताओं ने दिल की बात रखी है. बडनेरा में अमरावती जैसा नहीं होने देने पार्टी को आगाह किया है. उधर जयंत डेहनकर से बात करने पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया.

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