अमरावतीमहाराष्ट्र

बच्चे खिचडी खाकर हो गये बोर ?

विद्यार्थियों का आहार होगा अधिक पोषक

* फल, गुढ, फल्ली दाने मिलेंगे !
अमरावती/दि.29– शालेय पोषण आहार की खिचडी रोज खानेवाले विद्यार्थियों का पोषण आहार अब अधिक पोषक होगा. विद्यार्थियों को सप्ताह में कम से कम एक दिन फल, सोया बिस्किट, गजक, राजगिरा लड्डू, गुड, फल्ली दाने, बिस्किट और स्थानीय स्तर पर मौसम के अनुसार उलब्ध फल ऐसे स्वरूप में पूरक आहार देने के निर्देश प्राथमिक शिक्षक संचालकों ने दिया है.

शालेय विद्यार्थियों के शारीकिर और बौध्दिक वृध्दि के लिए यह निर्णय लिया गया. राज्य मे हाल ही में योजना के लिए पात्र सभी शाला में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना अंतर्गत चावल से बनी पाककृति के स्वरूप में नियमित आहार का लाभ विद्यार्थियों को दिया जाता है. उसी प्रकार लिए गये निर्णयानुसार सप्ताह में एक दिन विद्यार्थियों को केले उपलब्ध कर दिए जाते है. इस पार्श्वभूमि पर अब शालेय पोषण आहार में अधिक पूरक घटक शामिल किए जाते है. राज्य में बडे प्रमाण में अनार का उत्पादन होता है. राज्य के कुछ विद्यार्थियों को एक दिन पूरक आहार में पौष्टिक आहार का लाभ मिलता है. नियमित आहार के साथ सप्ताह में एक दिन पूरक आहार के रूप में सोया बिस्किट, गजक, राजगिरा लड्डू, गुड, फल्ली दाने, बिस्किट ऐसे स्वरूप में पूरक आहार देने के संबंध में फिर एक बार सभी शाला और केंद्रीय रसोर्ईघर संस्था को सूचना दी गई है.

* शैक्षणिक गुणवत्ता बढेगी
शासन के निर्णय के कारण बच्चों का शारीरिक और बौध्दिक विकास होने में सहायता मिलेगी. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों का शाला की ओर ध्यान आकर्षित करने में भी मदद मिलेगी. बच्चों को विविध प्रोटीन मिलने से विद्यार्थियों का बौध्दिक विकास होकर शैक्षणिक गुणवत्ता बढाने में इसका लाभ होगा.

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