अमरावतीमहाराष्ट्र

गाय-तबेले के लिए आवेदन किया क्या?

सवा दो लाख रुपए का अनुदान

* पशुपालन व्यवसाय को बढावा देने शासन की योजना
अमरावती /दि.12– गाय-कोठा अनुदान योजना राज्य सरकार ने 2024 से शुरु की है. महाराष्ट्र शासन की यह महत्वपूर्ण योजना है. इस योजना से किसानों को उनकी गाय, भैस के लिए तबेले का निर्माण करने आर्थिक सहायता दी जाती है. इस योजना के कारण किसानों को उनके पशुधन के लिए अत्याधुनिक व पक्के कोठों का निर्माण करने में सहायता होती है.
ग्रामीण क्षेत्र में मवेशियों को कोठे की जगह काफी दयनीय अवस्था रहती है. इन कोठो में भारी मात्रा में मवेशियों का गोबर और मूत्र पडा रहता है. मानसून में कोठे की जमीन दलदली रहती है. इस जगह पर मवेशी बैठे रहने से वह बीमारी के शिकार हो जाते है. कुछ मवेशियों को उपचार के लिए हजारों रुपए खर्च आता है. मवेशियों को चारा और खाद्य देने के लिए चारागाह आवश्यक है. सिमेंट का कोठा निर्मित किया तो मवेशियों का अच्छा संगोपन हो सकता है.

* क्या है योजना?
गाय-गोठा अनुदान योजना यह सरकार की एक महत्वकांशी योजना है. इस योजना के तहत गोठा निर्माण के लिए और इसका पालन व्यवस्थित व स्वच्छ रखने के लिए आर्थिक सहायता की जाती है. इस कारण किसानों को गोठा निर्माण के लिए लगने वाले खर्च का कुछ हिस्सा शासन की तरफ से अनुदान स्वरुप मिलता है.

* अनुदान कितना?
– इस योजना के लिए विभिन्न मवेशियों के गुट के लिए विभिन्न प्रमाण में अनुदान दिया जाता है. इस योजना के तहत 2 से 6 मवेशियों का गोठा निर्माण के लिए 77 हजार 188 रुपए अनुदान मिलता है.
– 6 से 12 मवेशियों के गोठे के लिए दोगुना अनुदान दिया जाता है, यानि 1 लाख 54 हजार 376 रुपए अनुदान दिया जाता है.
– 13 से अधिक मवेशी रहे, तो तिगुना यानि 2 लाख 31 हजार अनुदान दिया जाता है.

* कागजपत्र कौन से लगेंगे?
योजना के लाभ के लिए किसानों को 7/12 का दाखिला, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पशुधन रहने का सबूत, जगह के मालकी हक के कागजपत्र प्रस्तुत करने पडते है. ऑनलाइन आवेदन करते समय कागजपत्र अपलोड करना पडता है.

* यह लोग कर सकते है आवेदन?
आवेदक किसान रहना आवश्यक है, उसके पास खुदकी जमीन रहना आवश्यक है. इसके अलावा पशुधन पालन का अनुभव जरुरी है, ऐसे पशुपालकों को इस योजना का लाभ मिलता है.

* आवेदन कैसे करोंगे?
– ऑनलाइन : इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा उपलब्ध है.
– ऑफलाइन : किसानों को ग्रामपंचायत कार्यालय के जरिए संबंधित पंचायत समिति कार्यालय के पास आवेदन प्रस्तुत करना पडता है. इसके अलावा तहसील कृषि अधिकारी कार्यालय, जिला पशु संवर्धन विभाग के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है.

* योजना का लाभ क्या?
– अत्याधुनिक तरीके से गोठा निर्माण करने से पशुधन का स्वास्थ्य अच्छा रहता है. दूध उत्पादन में बढोत्तरी होने में सहायता होती है.
– पशुधन पर नजर रखना आसान होगा. गोठा निर्माण के लिए बडी रकम खुद खर्च करना नहीं पडेगा.
– अनुदान के कारण किसानों का आर्थिक बोज कम होगा.

* आंकडेवारी पर एक नजर
जिले में 17 हजार 156 मवेशियों के गोठे मंजूर हुए है. इसमें से 3189 गोठों के काम शुरु है. 5906 गोठे निर्मित हुए है और 8061 गोठों का काम अभी शुरु नहीं हुआ है.

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