* डिपो व्यवस्थापकों को मिला पत्र
अमरावती/ दि.3 – पेट्रोलियम कंपनी व्दारा होलसेल डीजल विक्री की दरों को कम किये जाने के चलते एसटी महामंडल व्दारा अब एक बार भी सीधे डीजल कंपनियों से डीजल खरीदते हुए अपनी मिल्कियत वाले बंद पडे पेट्रोल पंपों को दुबारा शुरु करने की हलचले तेज कर दी गई है. इस संदर्भ में रापनि प्रशासन ने अमरावती सहित सभी आगारों के व्यवस्थापकों व तकनिकी अभियंताओं को पत्र भेजकर रापनि आगार के डीजल पंपो का वजन व माप निरीक्षक के जरिये निरीक्षण करवाने और लंबे समय से बंद पडे डीजल पंपो को सुस्थिति में रखने का निर्देश दिया है.
उल्लेखनीय है कि, छह माह पूर्व डीजल कंपनियों ने रापनि महामंडल को होलसेल स्वरुप में दिये जाने वाले डीजल की दरों में अचानक वृध्दि की थी. जिसके चलते एसटी महामंडल के लिए डीजल कंपनियों से डीजल की खरीदी करना संभवन नहीं था. परिणाम स्वरुप एसटी महामंडल व्दारा निजी पेट्रोल पंपो से डीजल की खरीदी अपनी रापनि बसों के लिए की जा रही है. इसके लिए महामंडल व्दारा प्रत्येक शहर में किसी एक पेट्रोल पंप संचालक के साथ करार किया गया, लेकिन अब रापनि महामंडल ने अपने सभी आगारो के व्यवस्थापको को पत्र भेजकर अपने डीजल पंप को सुस्थिति में रखने के निर्देश दिये है. पत्र में कहा गया है कि, इस समय होलसेल डीजल खरीदी की दरों तथा फूटकर विक्री केंद्रों पर मिलने वाले डीजल के खरीदी दरों में 2.98 रुपए प्रति लिटर का फर्क है. संभवत: बहुत जल्द यह फर्क 0.25 रुपए प्रति लिटर के स्तर पर पहुंच जाएगा और निजी पंपो से डीजल खरीदना कुछ हद तक महंगा पडेगा. ऐसे में रापनि व्दारा पहले की तरह अपनी बसों के लिए खुद ही डीजलकंपनियों से डीजल खरीदने की तैयारी शुरु की गई है.
यद्यपि इसे लेकर अब तक प्रशासकीय तैयारी शुरु नहीं हुई है, लेकिन आगारों में विगत कई माह से बंद पडे रापनि के डीजल पंपों को सुस्थिति में रखने के निर्देश दिये गए है.
डीजल स्टॉक के लाइसेंस अपडेट
विगत अप्रैल माह से एसटी महामंडल व्दारा निजी पेट्रोल पंपों से डीजल की खरीदी शुरु की गई है, लेकिन अब महामंडल व्दारा एक बार फिर अपने खुद के डीजल पंपो से अपनी बसों हेतु डीजल उपलब्ध कराने की हलचले तेज की गई है. इसके लिए रापनि आगारों में स्थित पंपो को वजन व माप निरीक्षक से प्रमाणित करवाने तथा डीजल स्टॉक के लाइसेंस को अपडेट करने से संबंधित निर्देश रापनि आगार व्यवस्थापकों के नाम जारी किये गए है.