प्रशांत राठी को बियाणी से बाहर निकालने पर मतमतांतर
संचालक मंडल की सभा में नहीं बनी आम सहमति
* बैठक में अमरावती मंडल की खबरें जमकर गूंजी
अमरावती/दि.22– लाखों रुपए लेकर नियुक्ति व नौकरी देने के मामले में नामजद रहने वाले प्रशांत राठी नामक सदस्य को बियाणी शिक्षा संस्था के संचालक मंडल में रहने देने अथवा बाहर निकाल देने के संदर्भ में आज संस्था के पदाधिकारियों व सदस्यों की एक बैठक बियाणी कॉलेज में बुलाई गई थी. परंतु इस बैठक में प्रशांत राठी को संस्था से बाहर निकालने को लेकर सभी पदाधिकारियों व कार्यकारिणी सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पायी. ऐसे में मतमतांतर वाली स्थिति को देखते हुए फिलहाल इस मुद्दे को अनिर्णित रखा गया. साथ ही यह तय किया गया कि, फिलहाल पुलिस की पकड से दूर रहने वाला प्रशांत राठी जब कभी पुलिस के सामने उपस्थित होगा और अपना बयान दर्ज कराएगा, तो उस समय प्रशांत राठी की गिरफ्तारी एवं उसके द्वारा दिये गये बयान को ध्यान में रखते हुए उसे संस्था में रखने अथवा नहीं रखने के बारे में निर्णय लिया जाएगा.
बियाणी शिक्षा संस्था ने आज सुबह बुलाई गई संचालक मंडल की बैठक के संदर्भ में विश्वसनीय सूत्र ने दैनिक अमरावती मंडल को जानकारी देते हुए बताया कि, सभा के प्रारंभ में सबसे पहले अध्यक्ष ओेमप्रकाश लढ्ढा ने इस आपात बैठक को बुलाये जाने की भूमिका रखी तथा और विगत 4 दिनों से दैनिक अमरावती मंडल ने बियाणी शिक्षा संस्था को लेकर प्रकाशित हो रही खबरों का हवाला देते हुए कहा कि, कार्यकारिणी ने इस मामले को बेहद गंभीरतापूर्वक लेना चाहिए तथा प्रशांत राठी के संदर्भ में विचार-विमर्श करते हुए ठोस निर्णय लिया जाना चाहिए. इस समय बैठक में उपस्थित प्रत्येक पदाधिकारी व सदस्य से उनके विचार जाने गये और अंत में वहीं निर्णय लिया गया, जो लगभग पहले से तय था और वहीं निर्णय लिया जाना अपेक्षित था. जिसके तहत फिलहाल ‘वेट एण्ड वॉच’ की भूमिका अपनाते हुए यह तय किया गया कि, राठी की गिरफ्तारी के बाद उसके द्वारा पुलिस को जो कुछ भी बयान दिया जाएगा, उसके आधार पर संस्था द्वारा आगे की कार्रवाई करते हुए निर्णय लिया जाएगा.
भरोसेमंद सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस मिटींग में तीन लोगों को छोडकर शेष सभी पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे तथा यह मिटींग निपटने के बाद अध्यक्ष, पूर्व अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष एवं एक सदस्य ऐसे पांच लोगों की अलग से आधा घंटा मिटींग चली. पश्चात इन्हीं पांच लोगों में से तीन लोगों द्वारा पूर्व अध्यक्ष की अगुवाई में पुलिस को दी जाने वाली जानकारी से संबंधित दस्तावेजों को संकलित करने का काम शुरु किया गया.
* पुलिस से क्या कहना है, यह भी हुआ तय
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक जिस समय बियाणी शिक्षा संस्था के पदाधिकारियों की बैठक चल रही थी, तभी संस्था परिसर में पुलिस का आगमन हुआ था. उस समय सभा लगभग खत्म होने वाली ही थी, लेकिन पुलिस के आने की सूचना मिलते ही सभा को जारी रखा गया और बाद में सभी पदाधिकारी व सदस्य एक-एक कर बैठक कक्ष से बाहर निकले. उससे पहले सभा में यह तय कर लिया गया कि, सब एक-दूसरे के साथ आपस में तय करते हुए कि, पुलिस के सामने बयान देंगे. साथ ही हर कोई यह कहेगा कि, उसे संस्था में हुई नियुक्तियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
* 10 साल में हुई है 29 नियुक्तियां
इसी बीच यह जानकारी सामने आयी है कि, विगत 10 वर्षों के दौरान बियाणी कॉलेज में शैक्षणिक पदों पर 29 नियुक्तियां हुई है. इसके अलावा संस्था में क्लरिकल व मैनेजमेंट से संबंधित पदों पर भी कई नियुक्तियां हुई है. ऐसे में अब पुलिस इन सभी नियुक्तियों से संबंधित दस्तावेज अपने कब्जे में लेकर खंगालने वाली है. जिसके चलते बियाणी शिक्षा संस्था में रिकॉर्ड को ‘नीट एण्ड क्लीन’ करने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है तथा पुलिस को जानकारी देने हेतु सभी दस्तावेज उन्हीं 10 वर्षों के दौरान तत्कालीन अध्यक्ष रहने वाले संस्था के पूर्व अध्यक्ष की अगुवाई में कुल 3 पदाधिकारियों के जिम्में सौंपा गया है.
* अपने कार्यकाल में हुई 4 नियुक्तियों का मौजूदा अध्यक्ष को पता ही नहीं
सूत्रों के मुताबिक जब बियाणी शिक्षा संस्था के संचालक मंडल की बैठक चल रही थी, तो संस्था के मौजूदा अध्यक्ष ओमप्रकाश लढ्ढा ने चर्चा के दौरान कहा कि, उनके कार्यकाल के दौरान तो एक भी नियुक्ति नहीं हुई है. जिस पर आक्षेप उठाते हुए पूर्व अध्यक्ष एड. अशोक राठी ने कहा कि, ऐसा कैसे, आपके कार्यकाल में 4 पदों पर नियुक्तियां की गई है. जिस पर हैरत जताते हुए मौजूदा अध्यक्ष लढ्ढा ने अनभिज्ञता जाहीर की और कहा कि, उन्हें तो इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं है. जिसके चलते बैठक में मौजूद कई पदाधिकारी ने भी इस बात को लेकर आश्चर्य जताया कि, अपने ही कार्यकाल में हुई 4 नियुक्तियों की जानकारी अध्यक्ष को कैसे नहीं है.