
* जिले के लिए चिंताजनक स्थिति
अमरावती/ दि. 20– जिले के मोटे तौर पर कुल 2 हजार गांवों में से 1132 गांवों में कुआं खोदने पर रोक लगा दी गई है. प्रशासन ने बोर पर भी पाबंदी लगाई है. हालांकि लोग इन पाबंदियों का पालन करते नहीं दिखाई देते. भूजल के ओवर- एक्सप्लॉइटेड गांवों की बात करें तो जिले के लिए यह स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है. अचलपुर में 167 गांवों में प्रतिबंध लगाया गया है. वहीं मोर्शी में 166 और वरूड में 139 गांवों में कुआं खोदने पर रोक लगाई गई है.
जीएसडीए के अनुसार 60 से 70 प्रतिशत गांव सेेमी क्रीटीकल हो रखे हैं. 70 से 80 प्रतिशत स्थिति रहने पर उसे क्रिटीकल और 80 प्रतिशत से अधिक पानी निकाले जाने पर ओवर एक्सप्लॉइटेड कहा जाता है. इसका सीधा संबंध पानी के शोषण से हैं.
बोरवेल की मनाही
डार्क झोन के मोर्शी, वरूड तहसीलों सहित चांदुर बाजार के भी अनेक गांवों में बोरवेल की मनाही की गई है. ऐसे ओवर एक्सप्लॉइटेड 472 गांव हैं.
तहसील निहाय प्रतिबंधित गांव
अचलपुर -167, अमरावती 79, अंजनगांव सुर्जी 91, भातकुली 27, चांदुर बाजार 155, चांदुर रेलवे 08, चिखलदरा 64, दर्यापुर 60, धामणगांव 64, धारणी 09, मोर्शी 166, नांदगांव 86, तिवसा 18, वरूड 139.
* जिले का क्षेत्र ब्यौरा
कुल गांव – 2000
सेफ विलेज- 813
सेमी क्रिटीकल – 479
क्रिटीकल- 181
ओवर एक्सप्लॉइटेड – 472