अमरावती

दिव्यांग विद्यार्थियों को ‘राईटर’ मिलना हुआ मुश्किल

कक्षा 10 वीं व 12 वीं के दिव्यांग विद्यार्थियों में बढी चिंता

अमरावती / प्रतिनिधि दि.4 – राज्य शिक्षा मंडल द्वारा कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षाओं का टाईम टेबल घोषित कर दिया गया है. किंतु दिव्यांग विद्यार्थियों को परीक्षा देने हेतु लिखने में सहायक के तौर पर ‘राईटर’ मिलना मुश्किल हो रहा है. क्योंकि कोरोना संक्रमण के खतरे की वजह से कोई भी इस काम हेतु आगे आने को तैयार नहीं है. ऐसे में इन विद्यार्थियों सहित शिक्षा विभाग को भी काफी दिक्कतोें का सामना करना पड रहा है.
उल्लेखनीय है कि, 6 से 14 वर्ष की आयुवाले प्रत्येक बच्चे को नि:शुल्क व अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है. वहीं दिव्यांग बच्चों को 18 वर्ष की आयु तक नि:शुल्क व अनिवार्य शिक्षा संबंधी सुविधा देना अनिवार्य है. शालेय शिक्षा व क्रीडा विभाग के निर्णया नुसार तथा सामाजिक शिक्षा संकल्पना के तहत अध्ययन दृष्टिकोण से ग्रामीण, दुर्गम, अतिदुर्गम, अर्धशहरी व शहरी क्षेत्र में पूर्व प्राथमिक से जरूरत रहनेवाले 21 प्रवर्ग तथा अन्य चुनौतीपूर्ण परिस्थितिवाले बच्चे शिक्षा से वंचित न रहे. साथ ही उन्हें सभी के साथ शिक्षा के मुख्य प्रवाह में लाने हेतु अध्ययन सहाय्यभूत सेवा, अनुकूलित परीक्षा, मूल्यांकन पध्दति व सामूदायिक सक्षमीकरण का लक्ष्य तय किया गया है. शिक्षा मंडल की परीक्षा में बैठनेवाले दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए दिव्यांग प्रकार की संकेतांक कोडींग उनकी उत्तर पुस्तिका में रहना जरूरी है. साथ ही दिव्यांग विद्यार्थियों को प्रश्नपत्र हल करने हेतु अतिरिक्त 20 मिनट का समय दिया जाना जरूरी है. संबंधित विद्यार्थी की विशेष जरूरतें किस तरह की है, इसकी जानकारी परीक्षा केंद्र प्रमुख के पास परीक्षा से सात दिन पहले ही संबंधित विद्यार्थी के प्राचार्य द्वारा भेजी जानी चाहिए, ताकि परीक्षा केंद्र पर इसकी जरूरत के हिसाब से तमाम आवश्यक व्यवस्थाएं पहले से तैयार रखी जा सके.

दसवीं व बारहवीं कक्षा के दिव्यांग विद्यार्थियों हेतु लेखन सहायक की व्यवस्था विद्यार्थियों के अभिभावकों व शालाओं को करना है. इसके लिए सरकार द्वारा सभी शालाओं को आवश्यक निर्देश भेजे जा चुके है. जिसके अनुसार आवश्यक कदम उठाते हुए बोर्ड के पास अनुमति हेतु पत्र भेजना पडता है. इन दिनों सभी शालाएं बंद है. ऐसे में इस तरह की अनुमति हेतु प्रस्ताव भेजने को लेकर काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. वहीं कुछ शालाओं द्वारा बोर्ड के पास आवेदन किये गये है.
– प्रिया देशमुख
उपशिक्षाधिकारी, अमरावती.

  • संभाग में दिव्यांग विद्यार्थियों की स्थिति

कक्षा 10 वीं – 738
कक्षा 12 वीं – 658

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