अमरावती

वंचित बहुजन आघाडी ने निकाला तहसील कार्यालय पर मोर्चा

पीएम आवास योजना अंतर्गत पात्र लाभार्थियों का सरकारी जमीन का अतिक्रमण नियमाकुल करने की मांग

* तहसीलदार को प्रतिनिधि मंडल ने सौंपा ज्ञापन
अमरावती/दि.23- पिछले अनेक वर्षो से शासकीय जमीन पर रहनेवाले नागरिकों के अतिक्रमण नियमाकुल करने की मांग को लेकर आज सुबह वंचित बहुजन आघाडी की तरफ से तहसील कार्यालय पर भव्य मोर्चा निकाला गया. तहसील कार्यालय पर मोर्चा पहुंचने के बाद प्रतिनिधि मंडल ने तहसीलदार लोखंडे को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा.
वंचित बहुजन आघाडी की ओर से शहर के विभिन्न इलाकों में पिछले अनेक सालों से शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर रहनेवाले तथा 1 फरवरी 2018 प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत पात्र ठहराए गए लाभार्थियों की शासकीय जमीन का अतिक्रमण नियमाकुल करने की मांग को लेकर इस मोर्चे का आयोजन किया गया था. यह मोर्चे की शुरुआत इर्विन चौक से की गई. यह मोर्चा मालवीय चौक से जयस्तंभ चौक होते हुए तहसील कार्यालय पहुंचा. मोर्चे के दौरान आंदोलनकर्ताओं ने ‘हमारे हक का घर मिलना ही चाहिए, जो जमीन सरकारी है वह जमीन हमारी है’ आदि नारे लगाए. तहसील कार्यालय पहुंचने के बाद वंचित बहुुजन आघाडी के सदस्य सुरेश तायडे, रमेश आठवले, मिलिंद दामोदरे, सुलभाताई अडकने के नेतृत्व में तहसीलदार लोखंडे को ज्ञापन सौंपा गया.
ज्ञापन में कहा गया है कि अमरावती शहर में अनेक भूखंड तहसील कार्यालय के अधिकार क्षेत्र में आते है. पिछले 30 से 40 साल से लीज पर दिए गए भूखंड लीज समाप्त होने के बाद भी अनेको ने अपना मालकी हक छोडा नहीं है. अनेक लीज धारकों ने संपूर्ण जगह पर कंपाउंड लगाकर वहां ट्रक लगाकर रेती का अवैध व्यवसाय भी शुरु किया है. शहर के अनेक जनप्रतिनिधियों ने अपने पद का दुरुपयोग कर शासन के अनेक प्लॉट कब्जे में लेकर वहां शाला-कॉलेज का निर्माण कर व्यवसाय शुरु किया है. लेकिन जो लाभार्थी है और जो गरीब पूरे दिन में 200 रुपए कमाते है और प्रतिमाह 4 से 5 हजार रुपए किराया देना पडता है, वह अपनी मूलभूत समस्या से अभी भी जूझ रहे हैं. पीएम आवास योजना का लाभ मिलने के लिए वर्षो से शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर रहनेवाले लाभार्थियों को वह जमीन नियमाकुल करने की मांग ज्ञापन में की गई है. 15 दिन के भीतर न्याय न मिलने पर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी भी वंचित बहुजन आघाडी की तरफ से दी गई है.
ज्ञापन सौंपने वालों में राजेश वानखडे, राष्ट्रपाल वानखडे, नितिन काले, अंकुश आठवले, प्रवीण सरोदे, शांता गणवीर, सविता वासनीक, सुजाता बोरकर, ममता गायकवाड, वर्जना बेंबरे, प्रज्ञा गायकवाड, अनिता भिवगडे, आरती अत्रे, वनमाला सदांशु, करुणा मोहोड, माधुरी गजभिये, शिल्पा बनसोड, भाग्यश्री वानखडे, किरण गायकवाड, सुभाष वानखडे, सचिन गायकवाड, अरुणा सुरवाडे, ज्योति महल्ले, जया पवार, संध्या पवार, ममता सोलंके शीतल पवार, जयकुमार पुनसे, वनिता गवई, दुर्गा गवई, नीतेश इंगले, सुरेंद्र खडसे, राजेश तायडे, अनिल गडलिंग, अमरदीप खिराले, सुधीर कांबले, रमा आठवले, कविता माकोडे, दुर्गा चव्हाण, रेखा चव्हाण, उमा सोलंके, मीना इंगोले, रेखा सोलंके, मोहन नितनवरे, शहबाज अली, आकाश गजभिये, रिता तायडे आदि सहित अनेकों का समावेश था.

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