अमरावती

संतरे के भाव कम होने से संतरा उत्पादको में निराशा

व्यापारी देता है १० रूपये किलो दर

अमरावती प्रतिनिधि/दि. ८ – संतरे का रेकार्ड उत्पादन के लिए प्रसिध्द रहनेवाला संतरा उत्पादक को भाव नहीं मिलने से वह पूरी तरह निराश हो गया है. २०० रूपये क्रेट दर से व्यापारी संतरे की मांग कर रहे है.विगत वर्ष में ५० से ६० रूपये किलो बेचा जानेवाले संतरे की कीमत आज १० से १२ रूपये प्रतिकिलो ही है. एक रूपये में एक संतरा बेचने पर भी उसकी लागत नहीं निकल पाती. ऐसी निराशाजनक समस्या संतरा उत्पादक ने व्यक्त की है. फिर से लॉकडाऊन का निर्णय लेंगे क्या. इस संबंध में संभ्रम होने से बाजार पेठ पर परिणाम होने की प्रतिक्रिया व्यापारियों ने व्यक्त की है.
इस बार बारिश अधिक होने से फसल देरी से आयी. वापसी की बारिश के कारण बागायतदारों को फटका बैठा है. जिसके कारण अभी तक जिले के चांदुरबाजार,घाटलाडकी, एकलासपुर, अचलपुर, परतवाडा, तिवसा, वरूड,मोर्शी, अंजनगांव तहसील में संतरा तोडा ही नहीं गया.
नवंबर के आखरी महिने तक पेड़ से अलग करने वाला संतरा दिसंबर माह भी शुरू हो गया है लेकिन वह अभी तक पेड़ पर ही है. उसमें तमिलनाडू, केरल में हुए चक्रवती हवाओं का परिणाम बाजारपेठ पर हुआ है. पर प्रांतीय बाजार पेठ में संतरे का उठाव न होने से व लॉकडाऊन के डर से व्यापारी संतरा बगीचे की ओर मुड़कर भी नहीं देखते. व्यापारियों की प्रतीक्षा में रहनेवाला संतरा आगामी ८ दिनों में न तोड़ा जाए तो स्थिति बिकट होगी. ऐसी चिंता संतरा उत्पादको ने व्यक्त की है.
कोरोना के कारण विगत ९ महिने से स्थिति अस्थिर है. उसमें भी कोरोना की दूसरी लहर होने से फिर लॉकडाऊन होगा क्या? ऐसा भय भी व्यापारियों को सता रहा है. जिसके कारण उन्होंने इससे पहले जल्दी जल्दी में संतरे की तोड की थी. जिसके कारण देशभर के बाजार पेठ में आवक बढ़कर भाव कम हो गये है.

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