अमरावती

विपदा प्राकृतिक या कृत्रिम

चांदूर बाजार के नागरिकों का सवाल

* नियोजन का अभाव : गांव में घुसा बाढ का पानी
अमरावती/ दि.9 – दो दिन पूर्व हुई मुसलाधार बारिश के कारण शहर व ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों के घरों में पानी घुस गया. जिसके चलते लोगों को भारी नुकसान हुआ. निर्माण हुई विपदा प्राकृतिक है या कृत्रिम, ऐसा प्रश्न नागरिकों ने उपस्थित किया हेै. नियोजन के अभाव में लोगों के घरों में पानी घुस गया है.
हाल ही में हुई मुसलाधार बारिश के चलते नदी, नाले उफान पर आ गए थे. जिसमें चांदूर बाजार-परतवाडा रास्ते पर नैशनल हाईवे का काम शुरु है. इस रास्ते के पुल का भी काम शुरु है. काम पूरा न होने के बाद भी जल्दबाजी में यातायात शुरु किया गया. उस नाले में आयी बाढ के कारण उस जगह पानी घुस गया. गांव की नाली के व बाढ का पानी पास में होने के कारण पानी बस्ती में घुस गया. टिपु सुलतान चौक, रामभट प्लाट, राउतपुरा, ताजनगर के नागरिकों को भारी परेशानी झेलनी पडी, उनका भारी नुकसान भी हुआ. उस काम को बारिश से पहले पूरा करने की सूचना देने की जिम्मेदारी प्रशासन की थी. नालियों की साफसफाई करने की जिम्मदारी भी प्रशासन की है. इस दिशा में भी ग्रामपंचायत ध्यान नहीं देती, इसी वजह से लोगों के घरों व दुकानों में पानी घुसा.
शिरजगांव बंड ग्रामपंचायत क्षेत्र में शिवाजी चौक के अग्रवाल मार्केट के बेसमेंट की 7 से 8 दुकानों में पानी घुस गया. दुकान के सामने की नालियां साफ न करने के कारण यह स्थिति निर्माण हुई. उस मार्केट के शशांक बेलसरे की किराना दुकान में नाली का पानी घुस जाने से करीब 3 लाख रुपए का नुकसान हुआ. सारडा जिम के पास कॉलोनी के घरों में पानी घुस गाय था. तहसील में करीब 400 घरों में पानी घुसने के कारण भारी नुकसान हुआ हैं, इस ओर प्रशासन ध्यान दे, ऐसी मांग तहसीलवासियों ने की है.

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