ज्ञान प्राप्त करते समय अहंकार का त्याग करें ः सागरदादा तलेगांवकर
श्रीकृष्ण मंदिर माताखिड़की में 10 तक प्रवचन का आयोजन
अमरावती/दि.4-ज्ञान प्राप्त करते समय अहंकार का त्याग करें, शास्त्र अध्ययन करते समय मनुष्य में नम्रता होनी चाहिए, ऐसा प्रतिपादन प.पू. सागरदादा तलेगांवकर ने किया. श्रीकृष्ण मंदिर देवस्थान ट्रस्ट की ओर से यह प्रवचन माला की शुरुआत माताखिड़की स्थित श्रीकृष्ण मंदिर में 3 अप्रैल से हुई है. श्रीकृष्ण मंदिर में रविवार से ब्रह्मविद्या व स्मृति स्थल निरुपण समारोह की शुरुआत की गई है.
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान श्रीकृष्ण के स्थान का पूजन कर की गई. पश्चात पु. सागरदादा के हाथों दीप प्रज्जवलन किया गया. इस समय ट्रस्ट के अध्यक्ष सुभाष गावंडे, सचिव एड. अरुण ठाकरे, कोषाध्यक्ष एस.पी. देशमुख उपस्थित थे. कार्यक्रम के प्रास्ताविक से एड. अरुण ठाकरे ने पु. सागरदादा का परिचय करवाया.
उद्घाटन अवसर पर प्रमुख अतिथि के रुप में प.पु.प महंत वैद्यराज बाबा (वाठोडा शुक्लेश्वर) उपस्थित थे. कार्यक्रम में प्रमुख रुप से प्रमोद बनसोड, एकनाथ खरड, नरेन्द्र निंभोरकर, जगन्नाथ बारबुद्धे, अनिल रोहणकर, माधव देशमुख, अनंत तेलखडे,अभी कालबांडे, प्रथमेश वाईनदेशकर, कृष्णा गुप्ता, वसंत निंभोरकर, प्रतिभा भुगूल, मंदा नागपुरे, अरुणा देशमुख, नंदा वासनकर, संगीता धडांगे सहित शहर के भाविक भक्त बड़ी संख्या में उपस्थित थे.