अमरावती

मिनी मंत्रालय के स्वास्थ्य महकमे में ‘गडबड झाला’

सेवानिवृत्त अधिकारी के हस्ताक्षर से लाखों रूपयों के देयक मंजुर

अमरावती/दि.8 – स्वास्थ्य विभाग जैसे बेहद महत्वपूर्ण विभाग में वरिष्ठ पद से सेवानिवृत्त होनेवाले एक अधिकारी ने रिटायरमेंट के बाद भी तीन माह तक स्वास्थ्य महकमे का कामकाज संभाला और लाखों रूपयों के देयकों पर हस्ताक्षर भी किये. किंतु इसके बावजूद स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों को इस बारे में कुछ भी पता नहीं चला. ऐसी जानकारी सामने आने के बाद अब जिला परिषद में चर्चाओं का बाजार काफी गर्म है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को लगभग रोजाना वीडियो कांफ्रेंसिंग एवं ऑनलाईन बैठकों में उपस्थित रहना पडता है. इसके बावजूद जिप की सेवा से रिटायर हो चुके व्यक्ति द्वारा सेवानिवृत्ती के बाद भी तीन वर्ष तक जिला क्षयरोग अधिकारी के तौर पर काम किया जाता रहा और यह बात जिप प्रशासन तथा स्वास्थ्य महकमे के ध्यान में कैसे नहीं आयी, इसे लेकर काफी आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है. साथ यह भी कहा जा रहा है कि, इसके पीछे स्वास्थ्य महकमे की लॉबी का हाथ रहने की पूरी संभावना है.
मिली जानकारी के मुताबिक डॉ. डी. एन. निकोसे जिप स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत अंजनगांव बारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वैद्यकीय अधिकारी के तौर पर कार्यरत थे और उन्हें जिला क्षयरोग अधिकारी के रूप में प्रभार दिया गया था. जिसके पश्चात वे 31 मई 2021 को नियत वयोमानानुसार सेवानिवृत्त हो गये. किंतु इसके बाद भी उन्होंने अगले तीन माह तक जिला क्षयरोग अधिकारी के तौर पर कामकाज संभाला और इस दौरान वे स्वास्थ्य महकमे की कई बैठकों में भी उपस्थित रहे. इसमें से कई बैठकों में जिप के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी तथा जिला शल्य चिकित्सक भी उपस्थित थे. किंतु किसी के भी मन में इस बात को लेकर कोई संदेह पैदा नहीं हुआ कि, सेवानिवृत्ति के बाद भी एक व्यक्ति अधिकारपूर्ण पद पर कैसे बना हुआ है. सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि, डॉ. निकोसे का तीन माह का वेतन रोका गया था. जिसे कुछ दिन बाद उन्हें अदा कर दिया गया. इन तमाम बातों के पीछे जिला परिषद के एक सदस्य सहित स्वास्थ्य महकमे के कुछ अधिकारियों का हाथ रहने को लेकर जिला परिषद में जबर्दस्त चर्चाएं चल रही है.

  • संबंधित अधिकारी को नोटीस जारी करते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है और स्पष्टीकरण सहित नोटीस का जवाब मिलने के बाद ही अगली कार्रवाई की जायेगी.
    – डॉ. दिलीप रणमले
    जिला स्वास्थ्य अधिकारी

वसुली की जिम्मेदारी किस पर

सेवानिवृत्त होने के बाद भी जिला क्षयरोग अधिकारी के पद पर विराजमान रहनेवाले अधिकारी द्वारा खुद वेतन लेने के साथ ही कई देयकों पर हस्ताक्षर भी किये गये. जिसके चलते उन देयकों का भुगतान भी हुआ. ऐसे में अब इस रकम की वसूली किससे की जायेगी और कौन करेगा, इसे लेकर सवालिया निशान उपस्थित किया जा रहा है.

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