दिशा इंटरनेशनल आय बैंक: जिले में एक साल में 148 नेत्रदान
विश्व नेत्रदान दिवस पर नेत्रदाताओं का पुण्यस्मरण

अमरावती/दि.10-दिशा ग्रुप की दिशा एजुकेशन फाउंडेशन एक धर्मार्थ संस्था है जो वर्ष 2005 से नेत्रदान की सेवाएं दे रही है. दिशा ग्रुप द्वारा संचालित दिशा इंटरनेशनल आई बैंक जो मानव अंग प्रत्यारोपण के अंतर्गत पंजीकृत है, अमरावती जिले की एकमात्र धर्मार्थ संस्था है. अमरावती के साथ-साथ दिशा आय बैंक की शाखाएं यवतमाल, वाशिम और बुलढाणा में भी संचालित हैं और लोगों की सेवा कर रही हैं. राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम (एनपीसीबी) के तहत अमरावती जिला सामान्य अस्पताल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अप्रैल में दिशा इंटरनेशनल आय बैंक को 74 लोगों ने यानी 148 आयबॉल दान किए, जबकि अमरावती जिले में 16 लोगों ने 32 आयबॉल दान किए. दिशा इंटरनेशनल आय बैंक को दान की गई आंखों को प्रत्यारोपण के लिए श्री गणपति और अन्य धर्मार्थ नेत्र अस्पतालों में भेजा गया और उनमें से आयबॉल के कारण अंधत्व आने वाले 95 लोगों पर नेत्रदान प्रक्रिया की गई.
मुंबई के स्वास्थ्य सेवा आयुक्त द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 1 अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 के बीच राज्य में 2543 लोगों की मृत्यु हुई और उनमें से 3097 लोगों की आँखों का प्रत्यारोपण किया गया. महाराष्ट्र राज्य में हर साल लगभग 8.5 लाख लोगों की मृत्यु होती है, लेकिन 2543 लोगों ने अपनी आँखें दान कीं. राज्य में लगभग 78 नेत्र बैंक और 146 नेत्र प्रत्यारोपण केंद्र हैं. अधिकांश जगहों पर एक नेत्र बैंक है, लेकिन वह नेत्रदान का काम नहीं करता है. महाराष्ट्र राज्य में, केवल 20-25 नेत्र बैंक नेत्रदान के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं.
* कौन कर सकता है नेत्रदान?
कोई भी व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है. उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अस्थमा आदि से पीड़ित लोग भी नेत्रदान कर सकते हैं. चश्मा पहनने वाले और मोतियाबिंद की सर्जरी करवाने वाले लोग भी नेत्रदान कर सकते हैं. मृत्यु के बाद नेत्रदान करना जरूरी है, क्योंकि मृत्यु के छह से आठ घंटे बाद तक नेत्रदान किया जा सकता है. इसलिए मृत्यु के तुरंत बाद मृतक के परिजन दिशा इंटरनेशनल बैंक से संपर्क करें. अगर मृतक की आंखें खुली हैं, तो उन्हें बंद करके उन पर गीली रुई रखें. मृतक की आंखें बंद रखें. पंखा बंद रखें. अगर एसी है, तो उसे चालू कर सकते हैं. अमरावती में दिशा इंटरनेशनल आय बैंक नेत्रदान के लिए 24 घंटे सेवा प्रदान कर रहा है, यह जानकारी फाउंडेशन के ट्रस्टी व सेके्रटरी स्वप्नील गावंडे ने दी.