बकाया छात्रवृत्ति तत्काल वितरीत करें
डेमोक्रेटिक युथ फ्रंट के पदाधिकारियों की मुख्यमंत्री से मांग
* जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/दि.8- शैक्षणिक सत्र 2021-22 और 2022-23 की बकाया छात्रवृत्ति तत्काल वितरीत करने की मांग को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नाम डेमोक्रेटिक युथ फ्रंट के पदाधिकारियों ने आज जिलाधिकारी सौरभ कटियार को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में कहा गया है कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 में अनुसूचित जाति के 20552 विद्यार्थियों के आये आवेदन में से 19545 आवेदन मंजूर हुए थे. इसमें से 19409 विद्यार्थियों को पहले चरण में छात्रवृत्ति मिली. लेकिन दूसरे चरण की छात्रवृत्ति नहीं मिली. इसी तरह ओबीसी विद्यार्थियों के 36161 आवेदन में से 34780 आवेदन मंजूर हुए. इसमें से 34194 विद्यार्थियों को पहले और 27772 विद्यार्थियोंं को दूसरे चरण में छात्रवृत्ति मिली. ऐसे ही हाल वीजेएनटी और एसबीसी विद्यार्थियों के रहे. शैक्षणिक सत्र 2021-22 पूर्ण हो जाने के बावजूद अनु, जाति के 136 विद्यार्थियों को पहले तथा 19545 विद्यार्थियों को दूसरा चरण नहीं मिला है. ओबीसी के 586 विद्यार्थियों को पहला तथा 7050 विद्यार्थियों को दूसरा चरण नहीं मिला है. एसबीसी के 10 विद्यार्थियों को पहला तथा 138 विद्यार्थियों को दूसरा, वीजेएनटी के 30 विद्यार्थियों को पहला और 626 विद्यार्थियों को दूसरा चरण नहीं मिला है. इन सभी विद्यार्थियों के 1 करोड़ 1 लाख 11 हजार 466 रुपए शासन के पास बकाया है. इसके अलावा शैक्षणिक सत्र 2022-23 के विद्यार्थियों के भी छात्रवृत्ति के 5 करोड़ 64 लाख 38 हजार 165 रुपए बकाया है. छात्रवृत्ति की दोनों सत्रों की 6 करोड़ 65 लाख 49 हजार 631 रुपए विद्यार्थियों को तत्काल वितरीत किए जाए. इसके अलावा अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों से शुल्क लेने वाले महाविद्यालयों पर एट्रासिटी के तहत मामला दर्ज किया जाए, पिछड़ा वर्गीय विद्यार्थियों से शुल्क लेने वाले महाविद्यालयों पर फौजदारी मामले दर्ज किए जाए. जिले के सभी महाविद्यालयों के छात्रवृत्ति घोटाले के संदर्भ में जांच करने के लिए जांच समिति गठित की जाए, दोषी महाविद्यालयों पर फौजदारी मामले दर्ज किए जाए. विद्यार्थियों से ली गई शुल्क लौटाई जाए और महाविद्यालय स्तर पर प्रलंबित आवेदन तत्काल निकाले जाने के आदेश सभी महाविद्यालयों को देने की मांग की गई है. ज्ञापन सौंपने वालों में डीवायएफ के संस्थापक अध्यक्ष भूषण गवली, जिलाध्यक्ष अंकुश वानखडे, सौरभ गुडधे, गौरव डोंगरदिवे, अजय कापसे, साक्षी धुले आदि का समावेश रहा.